जशपुर। अवैध उगाही का आरोप लगाकर गांववालों ने वनकर्मियों की जमकर पिटाई की. ग्रामीण लाठी-डंडों के साथ सीधे वनकर्मियों की कॉलोनी में पहुंच गए और वहां खूब हंगामा किया. इसके बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को शांत कराया.
वनकर्मियों पर अवैध उगाही का आरोप
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवाओं ने वनकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि उनसे अवैध वसूली की जाती है और परेशान किया जाता है. मामला इसी साल 29 अगस्त का है. जब सन्ना वन परिक्षेत्र में पदस्थ कर्मचारी की गांववालों ने पिटाई की. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों से मार खाने के बाद वनकर्मियों ने मामले की शिकायत नहीं की है. हालांकि मामले पर परदा डालने की कोशिश जरूर की जा रही है.
गौरतलब है कि 29 अगस्त को सन्ना वन परिक्षेत्र से जलाऊ लकड़ी काटकर पहाड़ी कोरवाओं ने एकलव्य आदर्श आवासीय कन्या परिसर सन्ना में बेचे थे. इस बात की जानकारी होते ही वनकर्मी संजय तिवारी छात्रावास पहुंचे और लकड़ियों के बारे में पूछताछ की. वहीं छात्रावास के अधीक्षक और पहाड़ी कोरवाओं पर दबाव बनाने लगे. इसके बाद छात्रावास अधीक्षक ने पहाड़ी कोरवाओं का पैसा रोक दिया. वनकर्मियों के दुर्व्यवहार से नाराज पहाड़ी कोरवाओं ने वनकर्मी की पिटाई कर दी.
मार खाकर भी क्यों चुप हैं वनकर्मी?
अब सवाल ये है कि वनकर्मी पहाड़ी कोरवाओं से मार खाकर भी चुप क्यों हैं. लल्लूराम डॉट कॉम ने जब सन्ना वन परिक्षेत्र के रेंजर सुरेश गुप्ता से बात करनी चाही, तो उन्होंने व्यस्तता का हवाला देकर बात करने से इनकार कर दिया. वहीं वन विभाग के एसडीओ ने भी फोन नहीं उठाया. ऐसे में पहाड़ी कोरवाओं के अवैध वसूली के आरोपों की बात से इनकार नहीं किया जा सकता.
देखिए वीडियो
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