जीपीएम, गौरव जैन. गौरेला पटवारी भानू साय, सारबहरा कोटवार दुर्गेश के साथ हाथपाई और नायाब तहसीलदार अविनाश कुजूर के साथ धक्का-मुक्की का मामला सामने आया है. जिसके बाद पुलिस ने मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

बता दें कि, गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में अवैध लकड़ी कटाई एवं तस्करी की सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी कार्रवाई के दौरान नायाब तहसीलदार अविनाश कुजूर को पटवारी भानु प्रताप से सूचना मिली कि, सारबहरा स्टेशन रोड के पास नटवर सिंह एवं उसके साथियों द्वारा स्वयं की भूमि पर आम के पेड़ को कटवा कर तस्करी कर देर रात ट्रेक्टर में लोडकर आरामील गौरेला ले जा रहे थे. जिन्हें इसी बीच सारबहरा कोटवार एवं हल्का पटवारी द्वारा रोकने पर ट्रैक्टर से भरी हुई लकड़ी को छोड़कर भाग गए, जिसकी सूचना पटवारी ने नायाब तहसीलदार अविनाश कुजुर को दी. जिसके बाद घटनास्थल पहुंचकर लकड़ियों जब्ती एवं पंचनामा की कार्रवाई करने पहुंचे.

वहीं इसी बीच छत्रपाल धवरिया उर्फ छत्रू एवं प्रदीप मैना द्वारा मौके में पहुंचकर पंचनामा की कार्रवाई को रोकते हुए नायाब पटवारी और कोटवार के साथ मारपीट की. वही नायाब तहसीलदार के साथ धक्का-मुक्की की. जिसकी सूचना नायब तहसीलदार ने गौरेला थाना प्रभारी युवराज तिवारी को दी.

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर आरोपियों को गौरेला थाना लेकर आई. नायाब तहसीलदार ने बताया कि इनके ऊपर पूर्व में भी रेत-मुरुम को लेकर कार्रवाई की गई थी, जिसकी रंजिश के चलते कल रात को इन्होंने जानबूझकर हम लोगों के ऊपर हमला किया. मामले में गौरेला थाने में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों के ऊपर धारा 147-IPC, 186-IPC, 294-IPC, 323-IPC, 332-IPC, 341-IPC, 353-IPC, 506(B)-IPC की कार्रवाई की गई है. पांचों आरोपी छत्रपाल धवरिया, प्रदीप भैना, जयकरण धनवार, विक्रम धनवार, विकास धनवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है.