सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। आजादी के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के बलरामपुर रामानुजगंज जिले के गजधरपुर, तुर्रीपनी सहित चार अन्य नक्सल प्रभावित गावों में इस साल गणतंत्र दिवस मनाया गया. इस दौरान सीआरपीएफ के साथ जिला बल एसडीओपी, ग्रामीण ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया.

बता दें कि बलरामपुर जिले के कुसमी सामरी इलाके में नक्सल गतिविधियों की वजह से राष्ट्रीय पर्व का आयोजन संभव नहीं हो पाता था, लेकिन पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर इस वर्ष रिजर्व फोर्स जिला बल की संयुक्त टीम ने इन गांवों में जाकर ग्रामीणों के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ बुजुर्गों का मुंह मीठा कराया.

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया है कि सुरक्षाबलों के द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिले के छः अंदरूनी इलाकों में ध्वजारोहण किया गया है. यह इलाके बीते दिनों नक्सली दंश झेल रहे थे.

उन्होंने बताया कि गणतंत्र दिवस के ठीक 1 दिन पूर्व इन इलाकों में नक्सली काले झंडे फहराया करते थे. भारत की आजादी के बाद पहला मौका था, जब ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान गाया गया. अब यह क्षेत्र नक्सलियों के कब्जे से पूर्णतः बाहर है. सुरक्षा बल ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए तैनात हैं.