भोपाल। बुंदेलखंड के छतरपुर के बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) इन दिनों सुर्खियों में हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ नागपुर में काफी विरोध हुआ. भागवत कथा के साथ अपना दिव्य चमत्कारी दरबार लगाते हैं. अभी छत्तीसगढ़ के रायपुर में उनका कथावाचन चल रहा है. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह (Leader of Opposition Govind Singh) का पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म आस्था है. देश में बड़ी संख्या में हिंदू है. मैं पाखंड और ढोंग में कभी नहीं पड़ता. जब उनके ऊपर आरोप लगे तो वो अपना बिस्तर लेकर क्यों भागे. अगर सच्चाई है, तो प्रमाण दें.

दरअसल नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह राजपूत (Leader of Opposition Govind Singh) ने कहा कि में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर पूर्व में ही अपने विचार रख चूका हूँ. मैं पाखंड और ढोंग में नहीं पड़ता, सनातन धर्म आस्था का बिंदु है. देश में 80-90% सनातन धर्म को मानने वाले लोग है. जब आरोप लगे तो बागेश्वर जी अपना बिस्तर बांध क्यों भागे, मैं उनसे चाहूंगा अगर आपने सच्चाई है तो जवाब दें. प्रमाणिकता के आधार पर जवाब दें. तांत्रिक जैसी प्रथा को प्रचारित कर रखा है उसे प्रमाणित करें.

Bageshwar Dham: चैलेंज पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री बोले- हाथी चले बाजार कुत्ते भौंके हजार, जब चमत्कारी दरबार लगाए तब उनका बाप मर गया था, हमें किसी को प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं

बता दें कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) की भागवत कथा नागपुर में आयोजित हुई, जो कि बगैर दिव्य चमत्कारी दरवार लगाए दो दिन पहले यानी 11 जनवरी को संपन्न हो गई. जिसके बाद जादू टोना कायदा समिति ने बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. आरोप लगाए है कि बगैर दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए नागपुर से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भाग गए. हमने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चैलेंज दिया था कि आप हम लोगों के बीच दिव्य चमत्कारी दरबार लगाइए ऑन कैमरे पर और सत्य बता देंगे तो 30 लाख रुपए उन्हें भेंट स्वरूप राशि दी जाएगी.

बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर के विषय में बताया था कि पूर्व में ही हम लोगों ने बता दिया था कि 7 दिन की कथा होगी. अब जब वहां से निकल आए, तो वही कहावत हो गई हाथी चले बाजार कुत्ता भौंके हजार. अब वह कह रहे कि हम 30 लाख देंगे तो देवे 30 लाख हम रख लेगे उनका पैसा. कुछ नहीं है ये सब लोग धर्म विरोधी हैं. जब हम नागपुर में 7 दिन तक कथा करते रहे और दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए रहे तब उनका बाप मर गया था. उस समय उन्हें यह याद नहीं आया.

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Pandit Dhirendra Shastri ने कहा कि दरबार के दौरान वह आते तो बता देते उन्हें चमत्कार. हमारा दरबार अभी भी सभी जगह लग रहा है. हमको किसी को प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं ना हम किसी प्रमाण पत्र को देने के चक्कर में है. ना हम कोई दावा करते हैं ना कोई चमत्कार करते हैं ना कोई दरबार लगाते हैं. हम तो बब्बा जु की सेवा करते हैं. जितनी वह राशि 30 लाख हमें देने की बात कर रहे उतनी गरीब बेटियों के विवाह में खर्च करें.

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