शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर। बीजेपी भले ही आदिवासी दिवस मना रही है लेकिन पार्टी से आदिवासी नेता दुखी हैं। पार्टी लाइन पर चलने वाले  एक बीजेपी आदिवासी नेता संत कुमार नेताम का मन संगठन से दुखी है। संत कुमार नेताम ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है।

नेताम का आरोप है कि वो लगातार जोगी मामले में लड़ रहे हैं लेकिन पार्टी से किसी भी तरह का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। नेताम ने पार्टी के अनुसूचित जनजाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविचार नेताम को भी अपनी नाराजगी से अवगत करा दिया है।

सन्त कुमार नेताम राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे, उनका कार्यकाल दो दिन पूर्व ही पूरा हुआ है। पार्टी से असहयोग की वजह से वे अब राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति में कोई पद नही लेना चाहते। उनका कहना है कि पार्टी में अनुसूचित जनजाति मोर्चा को महत्व ही नहीं मिलता ।

आपको बता दें कि संत कुमार नेताम पिछले 17 साल से जोगी की जाति को लेकर लड़ रहे थे। उन्हीं की याचिका के बाद हाईपावर कमेटी ने अजीत जोगी के जाति पर फैसला देते हुए उन्हें आदिवासी मानने से इंकार कर दिया था।