रिपोर्ट- कुंजबिहारी साहू, जांजगीर। जांजगीर-चाम्पा जिले में मानवता को शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है। एक अज्ञात बुजुर्ग महिला को मौत के बाद भी अंतिम संस्कार करने ले जाने, शव वाहन नसीब नहीं हुआ और ‘कचरा गाड़ी’ में शव को ले जाया गया।
जिला अस्पताल प्रबंधन, पुलिस विभाग और नगर पालिका की लापरवाही और असंवेदनशीलता सामने आई है। अब इस मामले में तीनों विभाग के अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी थोप रहे हैं। दरअसल, कोतवाली थाना क्षेत्र के घुठिया गांव में हसदेव नदी किनारे एक बुजुर्ग महिला की लाश मिली थी।
उस महिला की शिनाख्त नहीं हुई थी, इसके बाद महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया, लेकिन अंतिम संस्कार के लिए शव वाहन नहीं दिया गया। पुलिस विभाग ने भी नगर पालिका से वाहन मंगाया और फिर क्या था कि पालिका कर्मी भी ‘कचरा वाहन’ से शव को अंतिम संस्कार ले जाया गया।
मामले में कोतवाली थाना प्रभारी पालिका को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं वहीं नपा सीएमओ जिला अस्पताल को। सीएमओ साहब का कहना है कि वे रायपुर मीटिंग में थे और जिला अस्पताल को शव वाहन देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग को सलाह दी है कि यह देखने की उनकी जिम्मेदारी है उन्हें देखना चाहिए था।