नई दिल्ली . दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) अकादमिक परिषद (एसी) की बैठक का गुरुवार को आयोजन हुआ. इसमें एक साथ दो शैक्षणिक डिग्री कार्यक्रमों से जुड़ने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे गई. अब डीयू में पढ़ाई करने वाले छात्र डीयू के डिग्री के साथ देश-विदेश के किसी भी शिक्षण संस्थान से डिस्टेंस एजुकेशन में डिग्री कर सकेंगे. साथ ही डीयू में अब पार्ट टाइम पीएचडी भी कर सकेंगे. इससे जुड़ा प्रस्ताव भी पास किया गया है.

68 हजार से अधिक छात्रों ने स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला लिया कुलपति ने बताया कि इस वर्ष स्नातक पाठ्यक्रम में कुल 68583 दाखिले हुए हैं. इनके अलावा पीजी में 11196 और पीएचडी में 784 दाखिले हुए हैं. 98 अनाथ विद्यार्थियों को विशेष आरक्षण योजना के तहत पूर्ण फीस माफी के साथ दाखिला दिया गया है. इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-2023 में वित्तीय सहायता प्रणाली के तहत 1009 विद्यार्थियों को कुल 1,00,61,057 रुपए की राशि वितरित की गई.

छात्रों को फायदा होगा डीयू के लॉ फैकल्टी के प्रोफेसर और एसी के सदस्य प्रो मेघराज ने बताया कि दूरस्थ शिक्षा के तहत देश व विदेशों के किसी भी शिक्षण संस्थान से डिग्री कोर्स को छात्र डीयू की डिग्री पाठ्यक्रम के साथ पढ़ सकेंगे. साथ ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के 2022 के अधिनियम के तहत पार्ट टाइम पीएचडी करने का एक प्रस्ताव को भी एसी की बैठक में मंजूरी दे दी गई है. इससे पार्ट टाइम पीएचडी के इच्छुक छात्रों को लाभ मिलेगा.

3441 शिक्षक नियुक्त

डीयू के कॉलेजों और विभागों में कुल 3441 शिक्षकों की नियुक्तियां की गई हैं. जिनमें 3374 असिस्टेंट प्रोफेसर, 44 एसोसिएट प्रोफेसर, 7 प्रोफेसर और 16 प्रिंसिपल व निदेशक हैं. इन नियुक्तियों में से कॉलेजों में 3161 सहायक प्रोफेसर और 14 प्राचार्य व निदेशक नियुक्त किए गए हैं. जबकि विश्वविद्यालय के विभागों में 213 सहायक प्रोफेसर, 44 एसोसिएट प्रोफेसर, 7 प्रोफेसर और 2 निदेशक (यूसीएमएस, एसीबीआर) नियुक्त किए गए हैं.

पदोन्नत भी किए

कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि अब तक कुल 6115 प्रोमोशनें की जा चुकी हैं. जिनमें से 3912 असिस्टेंट प्रोफेसर, 1425 एसोसिएट प्रोफेसर, 691 प्रोफेसर और 87 सीनियर प्रोफेसर हैं. अगर अलग-अलग बात करें तो कॉलेजों में कुल 5837 प्रोमोशनें हुई हैं जिनमें से 3789 असिस्टेंट प्रोफेसर हैं.