शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में शहरों के नाम बदलने की फेहरिस्त के बीच बड़ी खबर सामने आई है. अब राजधानी भोपाल का नाम भी बदल सकता है. इसे भोजपाल के नाम पर रखा जा सकता है. यह सवाल जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज (Jagadguru Rambhadracharya) ने उठाया है. उन्होंने कहा कि अब अगली बार भोपाल तभी आऊंगा, जब भोपाल का नाम भोजपाल (Bhopal name will be Bhojpal) रखा जाएगा. इसलिए अब भोपाल शहर का नाम बदलने की अटकले तेज हो गई हैं.

दरअसल श्रीराम भद्राचार्य महाराज (Jagadguru Rambhadracharya) 9 दिन की कथा करने भोपाल पहुंचे है. आज से लेकर अलगे 9 दिन तक भोपाल के भेल दशहरा मैदान में राम कथा का आयोजन किया जाएगा. पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीराम भद्राचार्य महाराज की राम कथा सुनने पहुंचे. इस दौरान श्रीराम भद्राचार्य महाराज ने भोपाल के नाम बदलने की सरकार से मांग की. उन्होंने कहा कि भोपाल पहले भोजपाल था. कुछ लोगों ने ‘ज’ हटाकर भोपाल कर दिया. मैं अगली बार तभी भोपाल आऊंगा जब भोपाल का नाम भोजपाल किया जाएगा, क्योंकि फैजाबाद और होशंगाबाद का नाम बदल सकता है, तो भोपाल क्यों नहीं ?

कपिल मिश्रा ने बागेश्वर धाम का किया समर्थन: कहा- धर्मांतरण रोकना आज के समाज की जरूरत, स्कूल में रामायण-गीता पढ़ाने पर बोले- 1947 में ही ले लेना था यह निर्णय

राजधानी के भेल दशहरा मैदान पर श्रीराम कथा की शुरुआत कलश यात्रा से हुई. सोमवार को बरखेड़ा स्थित श्रीकृष्ण मंदिर से कलश यात्रा निकली. इसमें 500 महिलाएं सिर पर कलश लेकर चली. साथ ही ढोल, डीजे की थाप पर नाचते-गाते श्रद्धालु चल समारोह में शामिल हुए. कलश यात्रा में बाइक रैली में युवाओं की टोली धर्म और अध्यात्म का प्रतीक भगवा ध्वज लेकर साथ चले. जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज 31 जनवरी तक लोगों को श्रीराम कथा सुनाएंगे. इससे पहले जगदगुरू ने गुफा मंदिर भी गए और वहां पर सभी से मुलाकात करने के बाद अवधपुरी आए और कुछ समय आराम किया.

MP Election Results: 19 निकायों में 10 पर भाजपा, 7 पर कांग्रेस जीती, 2 पर निर्दलीय करेंगे फैसला, आदिवासी जिलों में बढ़ा BJP का असर

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus