खुज्जी- खुज्जी विधानसभा सीट अनारक्षित सीट है राजनांदगांव जिले के अहम सीट माना जाता है खुज्जी को. इस विधानसभा में साहू समाज का वर्चस्व रहा है और साहू समाज का बोलबाला रहा है. खुज्जी विधानसभा सीट 10 सालों से कांग्रेस के कब्जे में है 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट से बाजी मारी थी. वर्तमान में यहाँ से कांग्रेस के विधायक भोला राम साहू विधायक है. खुज्जी विधानसभा के अधिकतर इलाके नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. वहीं दूसरी तरफ बेहतरीन और सुंगंधित लंगड़ा आम के लिए खुज्जी गांव मशहूर है.
कौन कौन है मैदान में-
कांग्रेस- छन्नी बाई केकती
बीजेपी- हिरेंद्र कुमार साहू
आम आदमी पार्टी- रमेश यादव
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी- जनरैल सिंह भाटिया
प्रत्याशियों का शैक्षणिक योग्यता–
छन्नी बाई केकती- 12वीं
हिरेंद्र कुमार साहू- 12वीं
रमेश यादव- बी कॉम
जनरैल सिंह भाटिया- 10वीं
2013 विधानसभा चुनाव, सामान्य सीट
भोला राम साहू, कांग्रेस, कुल वोट मिले 51873
राजेंद्र भाटिया, निर्दलीय, कुल वोट मिले 43179
मतदाता-
कुल मतदाता -162496
पुरुष -81240
महिला -81256
क्या हैं जनता के मुद्दे-
1. विकास का मुद्दा- इस विधानसभा क्षेत्र के गांव दूर-दूर तक जंगल में स्थित हैं. यही कारण है कि इन गांवों मे सबसे बड़ी समस्या सड़क, पानी और बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की है. यहां विकास एक महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दा माना जाता है.
2. नक्सल समस्या- इस विधानसभा में चौकी ,छुरिया ,कुमरडा ,गैंदाटोला ,जादूटोला सहित कई इलाके हैं जो की पूरी तरिके से नक्सल प्रभावित क्षेत्र है.
3. बेरोजगारी- खुज्जी विधानसभा के अधिकतर इलाके जंगल में बसे हैं. जिससे रोजगार के ज्यादा साधन इनके पास उपलब्ध नहीं है.
4. सिंचाई समस्या- कृषि के लिए इस विधानसभा में सिंचाई के लिए कहने को तो मोंगरा बैराज बने है. लेकिन इस इलाके के किसानों को समय पर पानी नहीं मिलने से समस्या बनी हुई है जबकि इस विधानसभा में अधिकतर लोग कृषि पर ही आश्रित हैं.
5. स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव- इस विधानसभा में बीते 14 सालो से ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवने के लिए कुमरदा गैंदाटोला ,बंधबाजार में उपस्वास्थ्य केंद्र खोले गए है लेकिन यहां डॉक्टरों की कमी है.
क्या कहता है चुनावी समीकरण-
इस विधानसभा में साहू समाज की बाहुल्यता है. इस बार भाजपा ने यहां से नए चेहरे जिला पंचायत सदस्य हीरेन्द्र साहू को मैदान में उतरा है. वही कांग्रेस ने वर्तमान विधायक भोला राम साहू का टिकट काटकर नए चहेरे व महिला प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य छन्नी साहू टिकट दिया है. जनता जोगी कांग्रेस ने जनरैल सिंह भाटिया को प्रत्याशी घोषित किया है. आम आदमी पार्टी से रमेश यादव को प्रत्याशी घोषित किया है.
इस विधानसभा सीट में त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा है. बीजेपी और कांग्रेस ने इस बार नए चेहरे के ऊपर दांव खेला है. वही जनता जोगी के प्रत्याशी भी मैदान में है. जनता जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी जनरैल सिंह भाटिया का इस इलाके में अच्छी पकड़ है इसका फायदा भी उन्हे मिलता दिख रहा है. वही कांग्रेस और बीजेपी द्वारा पुराने प्रत्याशियोंं को टिकट नहीं दिए जाने से दोनो ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है.
भाजपा से रजिंदरपाल भाटिया को टिकट नहीं मिलने से वो पार्टी से नाराज चल रहे थे, लेकिन आलाकमान की समझाइश के बाद इन्हे मना लिया गया है, क्योंकि इस इलाके में राजिंदरपाल भाटिया का जबर्दस्त जनाधार है, ऐसे में भाटिया की नाराजगी बीजेपी को भारी पड़ती सकती थी. वही कांग्रेस की ओर से भी नए प्रत्याशी को टिकट देकर वर्तमान विधयक भोला राम साहू का टिकट काटना कांग्रेस को मुसीबत में डाल सकता है. फिलहाल इस सीट से जनता जोगी कांग्रेस का भी पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस सीट आखिर किसकी झोली में आती है.