नई दिल्‍ली. एयर मार्शल (रिटायर्ड) एस वर्तमान, यह नाम याद कर लीजिए क्‍योंकि यह अब कोई साधारण नाम नहीं रह गया है. यह नाम है विंग कमांडर अभिनंदन के पिता का वो अभिनंदन जो कि इस समय पाकिस्‍तान की कैद में हैं.

एयर मार्शल वर्तमान को भी शायद अंदाजा नहीं रहा होगा कि वह जो खुद एक फाइटर पायलट रहे हैं और कारगिल की जंग में योद्ध की तरह मोर्चा संभाल चुके हैं, एक दिन पूरा देश उन्‍हें उनके बेटे के नाम से पुकारेगा. एक पिता के लिए यह एक सम्‍मान की बात होती है जब लोग उसकी संतान की वजह से उसे पहचानते हैं. विंग कमांडर अभिनंदन आज पूरे देश के हीरो हैं. उनकी सकुशल वापसी के लिए हर घर में और हर जगह प्रार्थना हो रही है. एक फाइटर पायलट रहे सैनिक के लिए उसके फाइटर पायलट बेटे की वजह से एक बार फिर गौरव का पल आया है.

कारगिल में थी अहम भूमिका

एयर मार्शल वर्तमान का पूरा नाम, सिम्‍हाकुट्टी वर्तमान है. साल 1999 में जब कारगिल में भारत और पाकिस्‍तान आमने-सामने थे तो उस समय एयर मार्शल चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर के तौर पर ग्‍वालियर में पोस्‍टेड थे. मिराज 2000 पर फ्लाइंग के उनके बेहतरीन अनुभव की वजह से साल 2011 में इसके अपग्रेडेशन के समय उन्‍हें इंडियन एयरफोर्स ने बड़ी भूमिका दी थी. मिराज 2000 एयरक्राफ्ट कारगिल की जंग में आईएएफ के ऑपरेशन सफेद सागर की सफलता में अहम हथियार साबित हुए थे.

मिराज को ही चुना गया पाक पर हमले के लिए

मिराज 2000 को ही 26 फरवरी को पाकिस्‍तान में हुए हवाई हमलों के लिए चुना गया. इन जेट्स ने पाकिस्‍तान के बालाकोट में जाकर जैश-ए-मोहम्‍मद के ठिकानों पर बम बरसाए थे. इसके अलावा साल 2001 में संसद हमले के बाद जब ऑपरेशन पराक्रम लॉन्‍च हुआ तो एयर मार्शल वर्तमान वेस्‍टर्न एयर कमांड में पोस्‍टेड थे.

4,000 घंटे की फ्लाइंग का अनुभव

रिटायर होने से पहले एस वर्तमान ईस्‍टर्न एयर कमांड के चीफ थे. 41 वर्ष की अपनी सर्विस के दौरान उन्‍होंने चीफ टेस्‍ट पायलट ऑफ एयरक्राफ्ट एंड सिस्‍टम्‍स टेस्टिंग इस्‍टैब्लिशमेंट (एएसटीई) बेंगलुरु में अहम जिम्‍मेदारी संभाली. एस वर्तमान साल 1973 में इंडियन एयरफोर्स में बतौर फाइटर पायलट कमीशंड हुए थे. उनके पास 40 प्रकार के एयरक्राफ्ट को उड़ाने और 4,000 घंटों तकी फ्लाइंग का अनुभव है.