रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह दिवस पर अपना संदेश दे रहे थे, जब सीएम अपना सम्बोधन ख़त्म किया, वहाँ मौजूद लोगों की नजर एक रोती-बिलखती युवती पर पड़ी, युवती को देखकर वहां मौजुद लोगों को हैरानी भी हुई, क्योंकि सिर्फ ढाई फीट की इस युवती के दोनों हाथ नहीं थे, जब उस से बात की गई तो पता चला कि उसका नाम सिलमीना तिग्गा है, महज 19 साल की सिलमीना एक साल से आधार बनवाने के लिए चक्कर काट रही थी, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही और मनमानी से उसका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा था, सिलमिना के हाथ नहीं हैं, और जिम्मेदार कहते कि बिना हाथ के आधार कार्ड नहीं बन सकता, पर इस आधार ने सिलमिना की ज़िंदगी को निराधार कर दिया था, जब कहीं बात नहीं बनी, तो आज वो जशपुर से अकेले 500 km का सफर तय करके मुख्यमंत्री से जनदर्शन में गुहार लगाने रायपुर आयी, पर उसे नहीं पता था कि आज जनदर्शन स्थगित है…
इतनी दूर आने पर जब सिलमिना को पता चला कि उसका काम नहीं हो पायेगा, तो वो फुट-फुटकर रोने लगी, उसका चेहरा देखकर उस वक़्त किसी को भी रोना आ जाता.
लेकिन कहते हैं, भगवान किसी ना किसी रूप में हमारी मदद जरूर करता है, इस बार सिलमिना के लिए भगवान रायपुर पुलिस के रूप में आये, रायपुर पुलिस ने ना सिर्फ सिलमिना का आधार कार्ड बनवाया, बल्कि उसे खिला-पिलाकर अच्छे से उसकी देखभाल की, और पूरे सम्मान और व्यवस्था से उसके घर तक पहुंचाने का प्रबंध भी किया..
सिलमिना इस वाकये को कभी नहीं भूल पाएगी,क्योंकि आज जो हुआ,वो सिलमिना के लिए हमेशा एक मीठी याद बनके उसके दिल में रहेगा, और रायपुर पुलिस के इस मानवीय कदम के बाद वो पुलिस वालों से डरेगी नहीं ,बल्कि हमेशा उनके लिए उसके दिल में प्यार बना रहेगा…