सुदीप उपाध्याय, वाड्रफनगर। पहुंचविहीन गांव में महिला ने एक नहीं बल्कि दो बच्चियों को जन्म दिया. बच्चियों का वजन कम होने के कारण उन्हें 102 वाहन के जरिए वाड्रफनगर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. बरसात में पुलिया के टूटे होने के कारण स्वास्थ्य कर्मियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर महिला को आधा किमी तक कुर्सी में बिठाकर 102 वाहन तक पहुंचाया.

बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सुलसुली के पहुंचविहिन आश्रित ग्राम चांदी निवासी राजपाल पंडो की पत्नी राजमती पंडो 8 माह से गर्भवती थी. खेत में काम करने के दौरान अचानक उसे प्रसव पीड़ा हुआ, जिसे वहां मौजूद अन्य लोगों ने घर तक पहुंचाने के साथ 102 को फोन किया.

102 वाहन के आने तक राजमती को एक बच्चा हो गया और दूसरा गर्भ में ही फंस था. ऐसी स्थिति में मितानिन ने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सूचना दे कर अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए बुलाया और दूसरे बच्चे की भी सफल डिलवरी कराई. बच्चियों का वजन कम होने के कारण उन्हें वाड्रफनगर स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां दोनों नवजात बच्चियां स्वस्थ हैं.

उल्लेखनीय है कि सुलसुली का यह आश्रित ग्राम पहुंचविहीन है. चांदी तक जाने के लिए जाने वाली सड़क पर बनी पुल भी पिछली बारिश में टूट चुकी है, लेकिन शासन-प्रशासन ने आज तक कोई पहल नहीं की है. ऐसे में राजमती को स्वास्थ्य कर्मियों ने आधा किलोमीटर कुर्सी में बिठाकर 102 वाहन तक लेकर पहुंचे, जिसके जरिए उसे स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.