नई दिल्ली। 38 वर्षीय एक महिला को अपने ही अपहरण का झांसा देकर अपने भाई से रंगदारी वसूलने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) हर्षवर्धन ने कहा कि आरोपी महिला के भाई ने 25 मई को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि उसकी बहन का अपहरण कर लिया गया है और उसे फिरौती के लिए कॉल भी आई है. उसने यह भी बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसे उसकी बहन की फोटो भी भेजी थी, जिसमें उसके हाथ रस्सी से और मुंह कपड़े से बंधा हुआ था.

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आगरा में पाया गया लोकेशन

भाई के बयान के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान यह पाया गया कि पीड़िता का मोबाइल स्विच ऑफ था और केवल व्हाट्सएप पर उपलब्ध था, जिसके माध्यम से कथित अपहरणकर्ता बातचीत कर रहे थे. एडीसीपी हर्षवर्धन ने कहा कि तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से आगरा के एक इलाके में लोकेशन का पता लगाया गया. पुलिस की एक टीम को तत्काल आगरा में तैनात किया गया, जहां उसने पीड़िता के आखिरी जगह के आधार पर करीब 50 होटलों और रिजॉर्ट की तलाशी ली.

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होटल में बहन की एंट्री अकेले पाई गई

एडीसीपी हर्षवर्धन ने कहा कि आगरा के ताजगंज मार्केट के एक होटल में चेकिंग के दौरान पीड़िता की एंट्री उस होटल के रजिस्टर में दर्ज पाई गई, जिसमें पीड़िता ने अकेले चेक इन किया था. फिर पीड़िता की जांच की गई. कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी बहन ने खुलासा किया कि उसने खुद ही अपने अपहरण की योजना बनाई थी और अपनी रिहाई के बदले अपने भाई से फिरौती की मांग की थी. पुलिस उसे वापस दिल्ली ले आई और जबरन वसूली के लिए कानून की संबंधित धाराओं के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया. अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.

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