नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जो पुरुषों को फंसाती थी और उन्हें ब्लैकमेल करती थी. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. आरोपी की पहचान जौहरी जबी उर्फ परवीन (56) के रूप में हुई है, जिसे भोपाल से गिरफ्तार किया गया. पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) रोहित मीणा ने कहा कि पेशे से डॉक्टर एक व्यक्ति ने 2018 में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि उसे इलाज के बहाने प्रवीण नाम की एक महिला ने हनीट्रैप में फंसाया था.

डॉक्टर का अश्लील वीडियो बनाकर की थी 50 लाख रुपए की डिमांड

दिल्ली के जामिया नगर इलाके में जोहरा और उसके गैंग ने एक डॉक्टर को अपने जाल में फंसाकर उससे 50 लाख रुपए की डिमांड की थी. पुलिस को शिकायत करने पर स्पेशल सेल ने गैंग के दो लोग नूर मजहर उर्फ असलम और महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन जोहरा 2018 से लगातार फरार चल रही थी. दिल्ली पुलिस आयुक्त ने महिला की गिरफ्तारी पर 20 हजार का इनाम भी घोषित किया हुआ था. जोहरा की गिरफ्तारी के बाद अपराध शाखा की टीम ने जामिया नगर पुलिस को सूचना दे दी है. पुलिस को अब मामले में गैंग लीडर जहांगीर उर्फ शेखू की तलाश है.

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कोल्ड ड्रिंक में नशा मिलाकर बनाया था अश्लील वीडियो

शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि वह इलाज के लिए उसके क्लीनिक गई और कहा कि वह सऊदी अरब की रहने वाली है और अकेली रहती है. महिला ने इमरजेंसी वाली हालत का हवाला देते हुए उसे अपने आवास पर बुलाया और कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा मिलाकर पिलाने के बाद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. वहां पहले से मौजूद उसके साथियों ने महिला के साथ डॉक्टर का वीडियो बनाया और उसके बाद उससे 50 लाख रुपए की मांग करने लगे. शिकायत के अनुसार, जामिया नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 384 (जबरन वसूली के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया था और स्थानीय पुलिस द्वारा जांच की गई थी.

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4 साल से फरार चल रही थी आरोपी

जांच के दौरान उसके दो साथियों नूर मजहर उर्फ असलम और महेंद्र को अप्रैल 2019 में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया था, लेकिन महिला को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था, क्योंकि वह फरार हो गई थी. 16 जून को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि महिला झूठी पहचान पर भोपाल में रह रही है. इसके बाद पुलिस टीम का गठन किया गया, जो भोपाल गई और आरोपी महिला को गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान जौहरी जबी ने खुलासा किया कि वह गिरोह के सरगना के निर्देश पर अमीर लोगों को फंसाती थी, जिसकी पहचान जहांगीर उर्फ शेखू के रूप में हुई है, जबकि गिरोह का एक अन्य सदस्य महेंद्र वीडियो बनाता था.

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आरोपी महिला ने कबूल किया जुर्म

पुलिस की पूछताछ में जोहरा ने बताया कि वो होशंगाबाद, महाराष्ट्र की रहने वाली है. वो शादीशुदा है और पति के साथ भोपाल में छिपकर रह रही थी. गैंग का लीडर उसका कजिन जहांगीर उर्फ शेखू है. उसके कहने पर ही यह दिल्ली के जामिया नगर पहुंची थी. यहां उसने कई लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे वसूली की. उसने बताया कि वो अपने शिकार को किसी भी तरह फंसाकर अपने फ्लैट पर बुला लेती थी. इसके बाद कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिला दिया जाता था. बाद में जोहरा पीड़ितों के कपड़े उतारकर उनके साथ खुद की अश्लील वीडियो बनवा लेती थी. वीडियो महेंद्र बनाता था. नूर मजहर का काम वीडियो भेजना और वसूली की कॉल करना था. पुलिस अब जहांगीर उर्फ शेखू की तलाश कर रही है.