अजय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) बजट (Budget) खर्च करने के मामले में कठघरे में आ गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यप्रणाली को वित्त विभाग (Finance department) ने अत्यंत आपत्तिजनक बताया है। विभाग को 4 दिन के भीतर हजार करोड़ से ऊपर का बजट खर्च करना होगा।

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मामले में राज्य सरकार के वित्त विभाग ने आपत्ति जताई है। भारत सरकार का भी 75% खर्च नहीं होने की वजह से बाकी की राशि आवंटित नहीं हो पाने का हवाला दिया है। इसी कड़ी में महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यप्रणाली को वित्त विभाग ने अत्यंत आपत्तिजनक बताया है। संभागीय संयुक्त संचालक, जिला कार्यक्रम अधिकारी को 15 मार्च तक बजट की राशि खर्च करने का निर्देश दिया है। 15 मार्च तक राशि खर्च नहीं की तो, 16 मार्च को अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना होगा। लाडली लक्ष्मी से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र तक से जुड़ी योजनाओ का बजट लेप्स होने की कगार पर है।

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