बिलासपुर. राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना सुराजी गांव योजना से ग्रामीणों को आर्थिक रूप से मजबूत होने का नया जरिया मिला है. विकासखण्ड मस्तूरी के ग्राम पंचायत जुहली गौठान में एक साथ आजीविका की कई गतिविधियां संचालित हो रही है. यहां कार्यरत जय मां दुर्गा स्व सहायता समूह की महिलाएं महिला सशक्तिकरण की सशक्त मिसाल साबित हो रही है. कभी अपनी जरूरतों के लिए दूसरों पर आश्रित रहने वाली ये महिलाएं आज परिवार की धुरी बन गई हैं.

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जय मां दुर्गा स्व.सहायता समूह की महिला अध्यक्ष इंद्राबाई ने बताया कि हम दस महिलाओं ने मिलकर यह समूह बनाया है. हमारे समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण, बत्तख पालन, मछली पालन और बाड़ी विकास का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि समूह द्वारा 154 क्विंटल वर्मी खाद की बिक्री कर उन्होंने लगभग 60 हजार की आमदनी अर्जित की है.

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उन्होंने बाड़ी विकास के तहत बाड़ी में धनिया, मिर्ची, आलू, मूंगफली जैसी फसल लगाई है. इसका उपयोग वे स्वयं घरों में भी करती है. इससे इस वर्ष उन्हें 30 हजार रूपए की आमदनी हुई है. इसके अलावा बत्तख पालन और मछली पालन भी जय मां दुर्गा स्व सहायता समूह की महिलाएं कर रही है. इंद्राबाई ने बताया कि गौठानों में संचालित इन गतिविधियों से न केवल उन्हें आर्थिक मजबूती मिली है बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है. गांव की अन्य महिलाओं के लिए समूह की महिलाएं प्रेरणा स्त्रोत बन गई है.