सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। शहरी झुग्गी बस्तियों में रहने वाली किशोरियों और महिलाओं को डिजिटल तौर-तरीकों से अवगत कराया जाएगा. इसमें ऑनलाइन बुकिंग, सामान का ऑनलाइन ऑर्डर और पैसा ट्रांसफर जैसी बातों को समझाया-बताया जाएगा. इस जानकारी खासतौर से महिलाओं को दी जाएगी, लेकिन इच्छुक पुरुष भी शामिल हो सकते हैं.

इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक हुई. ये बैठक राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के द्वारा करवाई गई. कार्यक्रम के अंतर्गत कानूनी साक्षरता वित्तीय साक्षरता चुनावी साक्षरता अच्छे नागरिक और नागरिक सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा. किशोरियों व महिलाओं के लिए आत्मरक्षा से संबंधित जानकारी दी जाएगी साथ ही जन कल्याणकारी विषयों पर भी चर्चा हुई है.

उन्होंने बताया कि डिजिटल छत्तीसगढ़ एक नवाचारी कार्यक्रम है, जिसके तहत जो डिजिटल असाक्षर हैं, उन्हें साक्षर किया जा रहा है. प्रथम चरण में 27 जिलों में 36 केंद्र प्रारंभ किया गया है, इसके साथ ही व्यक्तित्व विकास जैसे सब्जेक्ट को भी शामिल किया गया है.
कार्यक्रम को बेहतर तरीके से संचालित करने सभी 27 जिलों के प्रोजेक्ट अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है, और उनसे प्रगति की जानकारी ली जा रही है. पहले चरण की बात करें तो शहरी क्षेत्र झुग्गी एरिया के लोगों को डिजिटल साक्षर किया जाएगा, उसके बाद दूसरे चरण का फैसला लिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि आजकल ऑनलाइन ठगी हो रही है, उसके बचाव के भी हम प्रशिक्षण देंगे. इसके माध्यम से उन्हें ऑनलाइन एग्जाम देना होता है, और वहीं से उनकी रैंकिंग जारी होती है. यह 30 दिन का कोर्स है, इसमें 21 दिन के बाद परीक्षार्थियों की समीक्षा की जाती है. फिलहाल, अब तक 7678 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है, वहीं 27 जिलों में एक साल के अंदर 10,800 लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य था, जिसमें 3,122 लोगों को मार्च तक प्रशिक्षित किया जाएगा.