अजय सूर्यवंशी, जशपुर. जिले के लोकनिर्माण विभाग पत्थलगांव द्वारा कोतबा से बागबहार मार्ग में कराए जा रहे कार्य में लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है. विभाग में पदस्थ इंजीनियर पारस कैथल ठेकेदार को लाभ पहुंचाने खुद मुंशी रखकर नाबालिक स्कूली छात्रों से बिटूमेन इमल्सन की छिड़काव कर पानी भरे गड्ढों में पैच रिपेयरिंग का काम करवाया. जिले में पहली बार ऐसा अनियमितता बरतने और शासन के रुपयों को बंदरबाट करने की जानकारी प्रशासन को होने के बाद भी न कोई जांच और न ही कार्रवाई की जा रही है.

दरअसल, कोतबा से बागबहार निर्माणाधीन सड़क का कार्य कराया जा रहा है. जिस कार्य को गर्मी के महीने में किया जाना था उस कार्य को भरी बरसात के दिनों में कैमिकल डालकर किया जा रहा है. सड़कों में गड्डे भरने के लिए गिट्टी मुरुम का उपयोग किया जाना होता है, लेकिन सभी नियमों को ताक पर रखकर अनान-फानन में कार्य कराया जा रहा है. इस सड़क निर्माण कार्य मे ऐसे नाबालिग युवक कार्य कर रहे थे, जो स्कूली हैं और वे अध्यापन कार्य छोड़कर पैच कार्य में लगे हुए थे.

नाबालिग से पूछताछ किए जाने पर पता चला कि, उनके पिताजी कार्य करते हैं, लेकिन इन दिनों खेती का काम होने के कारण उनकी जगह पर काम करने आए हुए हैं. जब उनसे उनके मेहताना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, हर दिन 250 रुपये दिया जाता है. इस मामले को लेकर विभागीय इंजीनियर पारस कैथल के द्वारा लगाए गए मुंशी और अन्य लोगों से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि, उन्हें इस काम को करने के लिये इंजीनियर के द्वारा रखा गया है.

इससे यह बात सामने आती है कि, जब उक्त कार्य को ठेकेदार को दिया गया है तो विभागीय इंजीनियर नाबालिक मजदूर और मुंशी लगाकर ठेकेदार पर क्यों मेहरबान हैं. इस बात से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है. इस मामले में पीडब्ल्यूडी एसडीओ एस के पैंकरा ने कहा कि, मामले संज्ञान में आया है. सबन्धित इंजीयर पारस कैथल को यहां से हटाकर कांसाबेल स्थानांतरित किया गया. नाबालिक मजदूरों से कार्य कराना गलत है. मैं विभागीय अधिकारियों को अवगत कराकर जांच करवाता हूं.

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