रायपुर. यूथ कांग्रेस की रायपुर की हुई बैठक के बारे में लल्लूराम डॉट कॉम को एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है. इस बैठक में छत्तीसगढ़ प्रभारी संतोष कोलकुंडा और इमरान अली के साथ न सिर्फ बदतमीज़ी की गई बल्कि धमकी भी दी गई. स्थिति बेदह तनावपूर्ण हो चुकी थी. प्रभारियों का पदाधिकारियों ने जमकर अपमान किया.  गौरतलब है कि इस बैठक में तीसरे प्रभारी संदीप वाल्मिकी नहीं आ पाए थे.

लल्लूराम डॉट कॉम को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक बड़े पदाधिकारी प्रभारी को कहा कि ‘आप मेरा क्या उखाड़ लेंगे’. जबकि दूसरे पदाधिकारी ने कहा कि ‘आप तीन लोग हैं, हम सिर्फ 27 जिलाध्यक्ष हैं. आप ऐसे कैसे कहीं चले जाएंगे. इन सब बातों से बैठक में मौजूद यूथ कांग्रेस के बड़े नेता नाराज़ हो गए. ये बातें सुनकर मौजूद प्रभारी हतप्रभ रह गए. लेकिन दोनों प्रभारियों ने खामोशी से काम लिया. एक पदाधिकारी ने एक प्रभारी से कहा कि छ्तीगसढ़ में नेतागिरी मत करो. यहां छत्तीसगढ़ की राजनीति चलेगी, हैदराबाद की नहीं.

इस बारे में जब उखाड़ने वाली बात करने का जिस पदाधिकारी पर आरोप है. उससे लल्लूराम डॉट कॉम ने बात की तो पहले उन्होंने इससे इंकार किया लेकिन थोड़ी देर के बाद उन्होंने कहा कि अगर मैंने ऐसा कहा है तो छत्तीसगढ़ी में चना उखाड़ने को बोलते हैं.

चर्चाओं के मुताबिक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के समर्थक नई जिम्मेदारियों को बांटने को लेकर संतुष्ट नहीं थे. इसलिए पदाधिकारियों ने पहले से तय कर लिया था कि प्रभारी संतोष कोलकुंडा को निशाना बनाया जाएगा.

इस बैठक का आयोजन यूथ कांग्रेस के जिलों के नए प्रभारियों को चार्ज करने का था. लेकिन जमकर हुई गुटबाज़ी ने सबको निराश कर दिया. एक पदाधिकारी ने नाम न छपने की शर्त लल्लूराम डॉट कॉम से कहा कि यूथ कांग्रेस ज़मीन की लड़ाई में आगे रहती है. लेकिन एक साल से यूथ कांग्रेस ऐसा कुछ नहीं कर पाई है जिसकी चर्चा हो या असर पैदा हुआ हो. गुटीय राजनीति ने कई नेताओं का मनोबल तोड़कर रख दिया है. जो काम करना चाहता है उन लोगों को टारगेट किया जा रहा है.

इस बीच लल्लूराम डॉट कॉम द्वारा बंद कमरे की यूथ कांग्रेस की लड़ाई को बाहर लाने के बाद अध्यक्ष और प्रभारी का टकराव दिल्ली पहुंच गया है. सूत्रों के मुताबिक इस मसले पर अनुशासनहीनता बरतने वालों पर कार्रवाई भी की जा सकती है.