रायपुर. पथ विक्रेता कानून 2014 पर सामूहिक चर्चा के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसे ‘साझा विमर्श’ नाम दिया गया है. जो कि आज रायपुर के एक निजी भवन में आयोजित की गई है. इस कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ हॉकर्स फेडरेशन एवं फुटपाथ फुटकर विक्रेता कल्याण संघ के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है.

इस कार्यशाला में चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों के सदस्य,संस्थाओं,वरिष्ठजनो सहित आम जन से शामिल होने की अपील की गई है. जिससे राजधानी के फुटपाथ विक्रेताओं के आजीविका की सुरक्षा और फुटकर व्यापार को मजबूत करने सहित शहरी अर्थव्यवस्था को व्यवस्थित करने दिशा मिल सके.

गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा साल 2014 में एक कानून बनाया था. जिससे फेरीवालों के अधिकारों का संरक्षण किया जा सके. इस कानून के तहत राज्य सरकारों को एक कमेटी गठित करने के लिए कहा गया था. उस कमेटी का संचालन सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी की अध्यक्षता में किया जाना था. और इस कमेटी के माध्यम से ही फेरीवालों के विवाद निपटाने के निर्देश दिये गये थे. लेकिन भारत सरकार के इस निर्देश के वावजूद अब तक छत्तीसगढ़ में इसके लिए कमेटी गठित नहीं की गई है. इस पर ही कार्यशाला के दौरान चर्चा की जायेगी.