विश्व हाथी दिवस को हर साल 12 अगस्त को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य है हाथियों की सुरक्षा, उनके निवासस्थलों की संरक्षण, और उनके संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना. यह एक अवसर है जब लोग दुनियाभर में हाथियों के महत्व को समझते हैं और उनकी सुरक्षा के लिए साझा प्रयास करते हैं. इस दिन कई जागरूकता कार्यक्रम, सेमिनार, और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं जो लोगों को हाथियों के बारे में जागरूक करने में मदद करती हैं.

आइए इस खास दिन पर जानते हैं हाथी दिवस का इतिहास, महत्व और हाथियों के जीवन से जुड़े रोचक तथ्य.


कब और क्यों मनाते हैं विश्व हाथी दिवस?
साल 2011 में सिम्म एवं एलिफेंट की इंट्रोडक्शन फाउंडेशन द्वारा इसकी पहल की गई थी, लेकिन ऑफिशियली 12 अगस्त 2012 विश्व हाथी दिवस मनाने की घोषणा की गई. विश्व हाथी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर से हाथियों की लुप्त हो रही संख्या की ओर दुनिया भर का ध्यान आकर्षित करना, उनकी सुरक्षा हेतु जागरूकता फैलाना और संरक्षण को बढ़ावा देना है. इसका मकसद हाथियों के पुनर्वास, बेहतर स्वास्थ्य, गैरकानूनी ढंग से हाथियों की तस्करी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाना है.

विश्व हाथी दिवस का महत्व हाथियों की संरक्षा

यह दिन हाथियों की सुरक्षा और उनके संरक्षण की ओर ध्यान आकर्षित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। वन्यजीवों की खतरे में पड़ी होने वाली स्थितियों से बचाने के लिए यह आवश्यक है.
जागरूकता बढ़ाना
विश्व हाथी दिवस के माध्यम से, लोगों को हाथियों के महत्व, उनके प्राकृतिक निवासस्थलों की महत्वपूर्णता, और उनके संरक्षण के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाता है.
वन्यजीव संरक्षण
हाथियों के संरक्षण के साथ ही, यह दिन वन्यजीव संरक्षण के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जो हमारी प्राकृतिक धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण है.
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग
यह दिन विभिन्न देशों के बीच हाथियों के संरक्षण में सहयोग बढ़ाने का माध्यम भी है, जो इस विशेष वन्यजीव की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करते हैं.

हाथी से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट
1-जन्म के 20 मिनट बाद ही हाथी का बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है.
2-दक्षिण अफ्रीका में हाथियों का अधिकतम वजन 4 से 5 हजार किलो तक बताया जाता है.
3- एक स्वस्थ हाथी दिन भर में 150 किलो खाना खाता है और करीब 80 गैलन पानी पीता है.
4-हाथी विश्व के लिए बहुत आवश्यक प्राणी माना जाता है, क्योंकि यह जंगल में रहने वाले अन्य वन्य जीवों के पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) को बनाए रखने में खास भूमिका निभाते हैं.
5- वर्तमान में भारत के 14 प्रदेशों में लगभग 65 हजार वर्ग किमी में हाथियों के लिए कुल 30 वन क्षेत्र सुरक्षित एवं सरकार द्वारा संरक्षित है.
6- हाथियों का गर्भकाल सबसे लंबा होता है।एक हथनी लगभग 22 महीनों के लिए गर्भवती रहती है.
7-हाथी हमेशा झुंड में चलते हैं, जिससे घने जंगलों में रास्ता खुद-ब-खुद बनता जाता है, जिसका लाभ जंगल के अन्य प्राणियों को मिलता है.
8- एशियाई हाथियों की कुल वैश्विक आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक भारत में हैं.
9-सनातन धर्म में हाथी को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है.
10-फीमेल हाथी अपने बच्चों और रिश्तेदारों के साथ झुंड में रहती है,जबकि नर आमतौर पर अकेले रहते हैं.