हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज शुक्रवार को इंदौर के सिरपुर तालाब पर वेटलैंड डे के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसमें तालाबों का शुद्धिकरण और जलवायु को शुद्ध रखने का संदेश युवाओं ने दिया। इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में ‘नेशनल प्रोग्राम फॉर कंजर्वेशन एक्वाटिक इकोसिस्टम’ (NPCA) की संशोधित मार्गदर्शिका एवं भारत की वेटलैंड्स संरक्षण की यात्रा से संबंधित ब्रोशर तथा रामसर साइट्स से जुड़े ब्रोशर का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि हम सबके लिए केवल स्मरण करने वाली बात है कि दुनिया में 200 से ज्यादा देश हैं और कहीं भी मातृ संस्कृति की बात नहीं होती जो अपने देश को माता स्वरूप माने। भारत में हमको इस बात का गौरव मिलता है। हमें मालूम है कि हर गोविंद सिंह पुराना जी को लंदन में नोबल पुरस्कार मिला था जब उन्होंने पौधों में प्राण बताए थे। उन्होंने इतना बड़ा काम कर दिया कि उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया। जब उन्हें पुरस्कार दिया, उन्हें सम्मान दिया तो लोगों ने कहा कि उन्हें लोग कंधे में लेकर घूमेंगे। हमारी संस्कृति में हजारों साल से पवित्रता के साथ यह पूरी संस्कृति के प्रति जो श्रद्धा भाव है इसके पीछे का भावार्थ हमको समझना होना चाहिए।

मसर सिटी बनाने पर भी विचार होना चाहिए

सिरपुर तालाब 300 साल पुराना और जब यह बनाया गया था यह पेयजल की आपूर्ति करता था, भंडारण के काम में आता था। लेकिन हमारी जीवन शैली बदलने की वजह से वेस्ट वॉटर हमारे घर से निकलने लगा हैं। इस कारण हमारी सारी चीज खराब हो रही है। इससे सिर्फ जल ही खराब नहीं हो रहा, हमारा पूरा पंचतंत्र खराब हो रहा है। यशवंत सागर रामसर साइट औ सिरपुर तालाब भी रामसर की तरफ बनाएं। अब रामसर सिटी बनाने के लिए जो बात रखी है उस पर भी विचार होना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव की सिरपुर तालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर तारीफ की।

इसका श्रेय यहां काम करने वाले उन सभी लोगों को जाता है

वहीं महापौर ने कहा कि पिछले दो महीने में कई सारे ऐसे काम किए गए हैं जिस वजह से इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। यशवंत सागर के कमल को मिलाकर एक नया पुष्प गुच्छ जो भारत सरकार के लिए हमने अपनी दो रामसर साइट से दिया है। इसका श्रेय यहां काम करने वाले उन सभी लोगों को जाता है जिन्होंने इसमें काफी मेहनत की है। 

सिरपुर तालाब ढाई साल पहले आया था: कैलाश विजयवर्गीय

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं सिरपुर तालाब ढाई साल पहले आया था। वहां इतनी बदबू थी कि वहां पर खड़े रहने जैसी स्थिति भी नहीं थी। ऐसा लग रहा था कि यह तालाब ख़त्म हो गया लेकिन इंदौर महापौर और केंद्र सरकार की इस योजना के माध्यम से इसको इतना खूबसूरत बनाकर तैयार किया है।

तालाब और कुंए हमारी संस्कृति से जुड़े हैं

लोगों के आने-जाने के लिए जो सुविधा दी है और इसेएक पर्यटन का स्थल बना दिया है। तालाब और कुंए हमारी संस्कृति से जुड़े हैं। यहां आज भी लोग कुआं पूजने जाते हैं, तालाब पूजने जाते हैं। पर दुर्भाग्य से कुए और तालाब बर्बाद हो रहे हैं जिसके जिम्मेदार हम सब हैं। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश सरकार है। हम सबकी जवाबदारी है कि हम सब मिलकर तालाब का उसका संरक्षण करें। 

रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोन्दा मुम्बा निरंतर साइट्स को लेकर सरकार की तारीफ की और बधाई दी। मुसोन्दा मुम्बा ने कहा कि वास्तव में सरकार और प्रधानमंत्री मोदी को उनके नेतृत्व के लिए बधाई देना चाहते हैं। उनके नेतृत्व, आंदोलनों की भाषा और मान्यता कार्यक्रम, यह देखना अविश्वसनीय है कि यहां कितना कुछ हो रहा है। मैं वेटलैंड्स पीपुल्स डॉक्यूमेंटेशन ऑफ वाइडर सिटी एंड रन पर इस प्रकाशन को पढ़ रही थी। इस साइट पर इतना कुछ है कि दुनिया भारत से सीख सकती है।