बोकारो के सरकारी स्कूल में 400 शिक्षकों (गुरुजी) को बेइमानी करते हुए पकड़ा गया है. शिक्षक भी ऐसी-ऐसी गड़बड़ियां सामने आई है जिसमें टीचर स्कूल भी नही आते पर अटेंडेंस पहले पहुंच जाता था. ऐसे पकड़ाए बेइमान
27 अप्रैल और 2 मई को गुरुजी स्कूल पहुंचे नहीं और घर बैठे ही ई-विद्या वाहिनी पोर्टल पर अटेंडेंस बना दिया. शिकायत मिलते ही शिक्षा विभाग ने CSM टेक्नोलॉजी प्रा. लि. से ई-विद्या वाहिनी पोर्टल पर गूगल मैपिंग के जरिए ऐसा लोकेशन सेट कराया कि यह पता चल जाए कि कितनी दूर से अटेंडेंस बनाया गया है, इससे शिक्षकों की चीटिंग पकड़ी गई.
विभाग ने मॉनिटरिंग शुरू की तो पता चला कि कौन से शिक्षक कितनी दूरी से अटेंडेंस बना रहे हैं, जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आइलिन टोपो ने कहा कि पिछले 15 दिनों से गूगल मैपिंग के आधार पर मॉनिटरिंग के बाद इन शिक्षकों की गड़बड़ी सामने आई….
- मध्य विद्यालय डाबर बहाल की शिक्षिका उर्मिला महतो का अटेंडेंस लोकेशन 3 किमी दूर तो मध्य विद्यालय ग्वाहाडीह के शिक्षक वंशीधर महतो का लोकेशन स्कूल से 2 किमी दूरी पर बताया.
- इसी तरह प्राथमिक विद्यालय खीराबेड़ा के शिक्षक विजय कुमार ने दो किमी तो मध्य विद्यालय विक्रमडीह के शशिभूषण मांझी का अटेंडेंस लोकेशन 5 किमी दूर दिख रहा है.
- केसीएस हाईस्कूल चिकसिया के 10 में से 4 शिक्षकों रिंकी, सुषमा, दिपाली और विवेश शर्मा ने दो किलोमीटर दूर से अटेंडेंस बनाया.
- प्राथमिक विद्यालय कठुआरी के तीन में से दो शिक्षकों सीताराम सहिस व मधुसूदन प्रमाणिक के अटेंडेंस बनाने की दूरी भी स्कूल से दो किमी है. प्राथमिक विद्यालय अगरदाहा की कलावती ने तो 16 किमी दूर से अटेंडेंस बनाया है.
- हाई स्कूल शिबूटांड़ में तो पांच में से चार शिक्षकों के अटेंडेंस बनाने की दूरी स्कूल से 10 किलोमीटर दूर दिख रही है, जबकि मध्य विद्यालय बारूडीह में जगन्नाथ महतो के अटेंडेंट बनाने की दूरी पांच किलोमीटर है.
जांच के बाद इन शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल जिले में 1560 सरकारी स्कूलों में 5472 शिक्षक हैं. 1418 स्कूलों में बायोमेट्रिक सिस्टम लागू हैं. विभाग का सभी स्कूलों को साफ निर्देश है कि वह शिक्षकों-छात्रों का बायोमेट्रिक अटेंडेंस पोर्टल पर डाले. लेकिन स्कूलों की ओर से ऐसा नहीं किया जा रहा था.
इसे भी देखे – Covid Vaccine: बच्चों को लगने वाली वैक्सीन की कीमत हुई कम…
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें