बालोद. यू तो शिक्षाकर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गई है लेकिन इसके बाद भी उनकी परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. हड़ताल समाप्त होने के बाद जब ये शिक्षाकर्मी वापिस ज्वाइनिंग के लिए स्कूलों में जा रहे है तो उन्हें ज्वाइन नहीं कराया जा रहा है. विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि शिक्षाकर्मी पहले लिख कर दे की वे कभी हड़ताल पर नहीं जायेंगे, उसके बाद ही उनकी बहाली की जायेगी.
हड़ताल के दौरान बालौद जिला पंचायत के कुछ शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया था. हड़ताल समाप्त होने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने आदेश जारी कर जिले बालोद, गुरूर, डौंडीलोहारा और डौंडी के बीईओ को निर्देश दिया है कि जिन शिक्षाकर्मियों ने 5 दिसंबर तक स्कूलों में जवाइनिंग दे दी है. वे सभी शिक्षाकर्मी शपथ पत्र जमा करें, जिसमें इस बात का उल्लेख हो कि वे भविष्य में कभी भी हड़ताल पर नहीं जायेंगे और जो शिक्षकर्मी शपथ पत्र जमा नहीं करता है तो उसकी बहाली नहीं की जायेगी. इस शपथ पत्र को जाम करने के लिए 14 दिसंबर तक का समय दिया गया है.
इस आदेश के बाद से ही इन शिक्षाकर्मियों में हड़कम्प मचा हुआ है. जबकि हड़ताल समाप्ति के बाद ही राज्य सरकार ने शिक्षाकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को निरस्त कर दिया था. लेकिन इसके बाद भी जिला पंचायत की ओर से शिक्षाकर्मियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है.
गौरतलब है कि 20 नवंबर से 4 दिसंबर तक की हड़ताल के दौरान जिला पंचायत की तरफ से कुछ शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त किया गया था. जिनकी बहाली को अब असमंजस की स्थिति बनी हुई.