दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार रात पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 205.35 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। अधिकारियों ने बताया कि पानी का स्तर सुबह से ही तेजी से बढ़ रहा था और यह लगातार दूसरे दिन चेतावनी स्तर से ऊपर बना रहा। केंद्रीय जल आयोग ने मंगलवार शाम को ही अलर्ट जारी कर दिया था कि यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। आयोग ने प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग को सतर्क रहने, नदी किनारे बसे लोगों को पहले से अलर्ट करने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। स्थिति को देखते हुए मयूर विहार में राहत शिविर लगाए गए हैं। इलाके के निवासी अशोक ने बताया, “ये टेंट लोगों के रहने के लिए लगाए गए हैं। जब बाढ़ आएगी तो नदी किनारे रहने वाले लोग अपने घरों से निकलकर यहां रह सकेंगे।”

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा। विभाग ने 31 अगस्त तक राजधानी में गरज-बरस के साथ बारिश का पूर्वानुमान जताया है। इसी बीच, यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बुधवार रात 9 बजे पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 205.39 मीटर दर्ज किया गया। यह स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। बता दें कि शहर में चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है और जब जलस्तर 206 मीटर तक पहुंचता है, तो प्रशासन नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना शुरू कर देता है।

वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी

केंद्रीय बाढ़ कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि यमुना में पानी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जा रहा अधिक पानी है। फिलहाल, वजीराबाद से हर घंटे लगभग 41,206 क्यूसेक और हथिनीकुंड से करीब 55,830 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, आमतौर पर बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली तक पहुंचने में 48 से 50 घंटे का समय लेता है। ऐसे में अगले दो दिन हालात और गंभीर हो सकते हैं।

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अधिकारियों का कहना है कि ऊपरी इलाकों से पानी का बहाव भले ही पहले की तुलना में कम हो गया है, लेकिन इसके बावजूद यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसी कारण आने वाले 24 से 48 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं। बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक, हालात पर नज़र रखने के लिए पुराना रेलवे पुल सबसे अहम बिंदु है, क्योंकि यहीं से नदी के बहाव और बाढ़ की आशंका का सटीक अनुमान लगाया जाता है।

आज की बात करें तो यमुना का जलस्तर और हथिनी कुंड से पानी का बहाव:

➤सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर: 205.46 मीटर

हथिनी कुंड से पिछले दो घंटों में पानी का बहाव:

➤सुबह 6 बजे: 35,288 क्यूसेक

➤सुबह 7 बजे: 36,577 क्यूसेक

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इस बीच, हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बनाला में भूस्खलन हुआ है, जिससे चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद हो गया है।अधिकारियों ने बताया कि रास्ते को फिर से खोलने का काम चल रहा है। कुल्लू जिले में भी भारी बारिश हुई है, जिससे ब्यास नदी उफान पर है और हाईवे का एक हिस्सा बह गया है।

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