संदीप भम्मरकर, भोपाल। मध्यप्रदेश में योग आयोग (yoga commission) का गठन किया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने हरिद्वार में इसका ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज शान्तिकुंज स्वर्ण जयन्ती (Shantikunj Golden Jubilee) वर्ष व्याख्यान माला में शामिल होने गुरुवार को उत्ताराखंड के हरिद्वार पहुंचे।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय (Dev Sanskriti University) हरिद्वार के मृत्युंजय सभागार में परम पूज्य गुरुदेव का जीवन दर्शन पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा सौभाग्य है कि यहां पुनः आने का मौका मिला। मैं मध्यप्रदेश का मामा हूं तो आपका भी मामा हूं। एक मामा होता है, जो मां का भाई हो और एक मामा वो जिसके मन में दो-दो मामाओं का प्रेम हो।
हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आज शांतिकुंज स्वर्ण जयंती वर्ष व्याख्यानमाला में शामिल हुआ और अनुभव साझा किए।
मैं जो कुछ भी बेहतर कर पा रहा हूं, वह परम आदरणीय श्रद्धेय गुरुवर आचार्य श्री राम शर्मा जी की कृपा ही है। https://t.co/ES2MdANztm https://t.co/z8voTeyk81 pic.twitter.com/nLtZktEXIU
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 2, 2021
हम उस परंपरा से आते हैं हजारों साल से ‘वसुधैव कुटुम्बकम’
सीएम ने कहा कि गुरु के घर में मैं मेहमान कैसे हो सकता हूं। मैं इस विराट परिवार का सदस्य हूं। मैं जो कुछ अच्छा कर पा रहा हूं, वह पूज्य गुरुदेव की कृपा से कर पा रहा हूं। जब पश्चिम के देशों मन सभ्यता का सूरज नहीं हुआ था तब हमारे यहां वेदों की ऋचाएं रची जा रहीं थी। साकार को मानो तो ठीक, निराकार को मानो तो भी ठीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कभी विचारधारा कभी थोपी नहीं। सच एक है विद्वान अलग-अलग तरह से कहते हैं। हम उस परंपरा से आते हैं हजारों साल पहले इस धरती ने कहा वसुधैव कुटुम्बकम। इस धरती को प्रणाम। यहाँ के ऋषियों को प्रणाम।
मैं अत्यंत सौभाग्यशाली हूं कि परम पूज्य गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। ‘हम बदलेंगे, युग बदलेगा। हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा’ यही उनका दर्शन है।
गुरुदेव जी की दिखाई गई राह पर चलकर करोड़ों लोग न केवल आत्म उन्नति कर रहे हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। pic.twitter.com/E4pMVdYHpu
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 2, 2021
मैंने कभी नहीं सोचा था की राजनीति में काम करूंगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुदेव के जीवन को देखो। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, क्रांतिकारी, समाजसुधारक, विद्वान थे। कई बार गुरुदेव जेल गए आज़ादी की लड़ाई में वो चाहते थे। आजादी के बाद राष्ट्र का नव पुनर्निर्माण हो।अखंड ज्योति मैंने पढी तो एक शब्द मुझे मंत्र लगा। गुरुदेव के मुझे होशंगाबाद में दर्शन करने सौभाग्य मिला।गुरुदेव का मुझे तिलक लगाते हुए स्पर्श, उनकी आंखें, मुझे सदैव याद रहती है, वह क्षण मेरा जीवन बदलने वाला क्षण था।मैंने कभी नहीं सोचा था की राजनीति में काम करूंगा। लेकिन यह भी जानता था कि अधिकार होंगे तो ज्यादा सेवा के काम कर पाऊंगा।अन्याय के खिलाफ जब मैंने पदयात्रा शुरू की तो दो लोग थे, जब खत्म हुई तो मेरे साथ साढ़े सात हजार लोग इकट्ठा हो गए।