लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ छल करने वालों को जेल में ही ठिकाना मिलेगा। किसानों का हित संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई अधिकारी हो या कर्मचारी अथवा निजी संस्था, किसी को भी किसानों के हक के साथ खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

लोकभवन में गुरुवार को आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धान खरीद की सुचारु कार्यवाही में कुछ लोग रोड़ा अटकाना चाह रहे हैं, इनसे सख्ती के साथ निपटा जाए। सीएम योगी ने धान क्रय केंद्रों पर दलालों की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत बताते हुए पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि किसानों को 72 घंटे में धान का मूल्य उपलब्ध करा दिया जाए।

विदेश से आ रहे एक-एक व्यक्ति की हो निगरानी

कोविड के नए स्ट्रेन के दृष्टिगत अतिरिक्त सावधानी के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने विदेश से भारत आ रहे एक-एक व्यक्ति का परीक्षण और आवश्यक क्वारन्टीन की कार्यवाही तत्परता से करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड के नए स्ट्रेन की चेकिंग के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार यूपी की प्रयोगशालाएं लगभग तैयार हैं, अगर किसी अतिरिक्त उपकरण की आवश्यकता हो तो उसे भी पूरा कर लिया जाए। इसमें देरी की कोई गुंजाइश नहीं है।

मेडिकल दाखिले पर मनमानी फीस लेने वालों पर हो एफआईआर

सीएम योगी ने प्रदेश में जारी यूपी-नीट की प्रवेश प्रक्रिया की ताजा स्थिति की समीक्षा की। सीएम ने हॉस्टल फीस, मिसलेनियस शुल्क आदि के नाम पर मनमाना शुल्क निर्धारण करने की सूचनाओं का संज्ञान लेते हुए ऐसे कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि, अल्पसंख्यक संस्थान के नाम पर मनमानी फीस वसूलने वालों पर भी सख्ती की जाए।