दिल्ली. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अयोग्य और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अबियान चलाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार इन पर बड़ी और कड़ी कार्रवाई की है.
प्रदेश में विभिन्न कैडरों के 1,000 से ज्यादा अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है. सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पालिसी के तहत आईएएस अधिकारी राजीव कुमार को भी नौकरी से निकाल दिया गया. उन्हें सरकार ने जबरन सेवानिवृत्त कर दिया है. इस बारे में केंद्र सरकार को भी जानकारी दे दी गई है. वर्ष 1983 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव कुमार पर नोएडा में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे और वे कुछ समय तक जेल में भी रहे.
मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग में विभिन्न कैडरों के 37, राजस्व विभाग के 36 और बेसिक शिक्षा विभाग के 26 कर्मियों को सेवानिवृत्ति दी है. इन सभी पर भ्रष्टाचार के आरोप थे. राज्य सरकार ने निलंबित चल रहे पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है. इनमें घनश्याम सिंह, राजकुमार द्विवेदी, छोटेलाल मिश्रा, अंजू कटियार, विजय प्रकाश तिवारी, शैलेंद्र कुमार, राज कुमार, सत्यम मिश्रा, देवेंद्र कुमार और सौजन्य कुमार हैं.