लखनऊ। योगी सरकार नेसरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस मनोज सिंह को वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव पद से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया है। माना जा रहा है कि एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) द्वारा गंगा नदी में गंदगी पर की गई तल्ख टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने सिंह को पद से हटाया है।
प्रदूषण बोर्ड के दो अधिकारी भी सस्पेंड
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी विवेक राय और उन्नाव के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अनिल माथुर को सस्पेंड कर दिया गया है। स्लॉटर हाउस को एनओसी देने में गड़बड़ियां सामने आने पर यह कार्रवाई की गई है। बताते हैं ये गड़बड़ियां उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष मनोज सिंह के कार्यकाल में हुई थी। इसलिए रविवार को शासन ने उन्हें भी अपर मुख्य सचिव वन के पद से हटाते हुए प्रतीक्षारत कर दिया है।
मनोज सिंह के कार्यकाल में हुईं गड़बड़ियां
स्लॉटर हाउस को एनओसी देने में गड़बड़ियां सामने आने पर यह सभी कार्रवाई की गई हैं. बताया जा रहा है कि ये गड़बड़ियां उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष मनोज सिंह के कार्यकाल में हुई थी। इसलिए रविवार को शासन ने उन्हें भी अपर मुख्य सचिव वन के पद से हटाते हुए वेटिंग लिस्ट में कर दिया है। अगले महीने रिटायरमेंट से पहले मनोज सिंह कई ऐसे फैसले लेने के लिए दबाव डालकर नियमों में परिवर्तन करा रहे थे।
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