लखनऊ. योगी सरकार ने नकली दवा कारोबारियों के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए 30 करोड़ 77 लाख रुपये की नकली दवाएं जब्त की हैं. कार्रवाई के दौरान 68 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं 1 हजार 166 दवा कारोबारियों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं. 6 दवा निर्माता कंपनियों और 5 ब्लड बैंकों के भी लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं. लखनऊ, आगरा और गाजियाबाद में नकली दवा कारोबारी पकड़े गए हैं. खासतौर पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन और नारकोटिक्स दवाएं जब्त की गई हैं, इसके अलावा नकली कॉस्मेटिक उत्पादों को भी कब्जे में लिया गया है.

बता दें कि प्रदेश में नकली दवाइयों के खिलाफ सरकार लगातार कार्रवाई की जा रही है. आगरा में 5 नवंबर 2024 को 1.36 करोड़ रुपये की नकली दवाएं पकड़ी गईं. गाजियाबाद में 6 फरवरी 2025 को 0.9 करोड़ की नारकोटिक्स औषधियों की खेप जब्त हुई. बरेली में नकली कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स भी बड़ी मात्रा में मिले. इसके अलावा, आयुर्वेदिक दवाओं की आड़ में बेची जा रही एलोपैथिक दवाओं के मामले में भी विभाग ने14 संदिग्ध नमूनों की जांच की है.

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तेज होगा अभियान

बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि उत्तर प्रदेश में नकली दवा बेचने वालों के लिए कोई जगह नहीं है. सरकार ने भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां और तेज करने का ऐलान किया है. ये कार्रवाई पूरे देश के लिए मिसाल बन गई है.