जब भी घर में किसी तरह की पूजा-अनुष्ठान,कथा होती है तो उसमें पंचामृत का प्रसाद जरूर मिलता है। खासतौर पर जन्माष्टमी उत्सव में शामिल। और पंचामृत पीना सभी को बहुत पसंद भी आता है। इसका सौंधा–सौंधा स्वाद बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट लगता है। पंचामृत में शामिल पांचों सामग्रियां वास्तव में हमारी सेहत के लिए अमृत हैं। पर क्या वाकई ऐसा है? आइए जानते हैं पंचामृत में मौजूद सभी चीजें किस तरह हमारी body के लिए फायदेमंद है।

अमृत समान हैं ये पांच सुपरफूड्स

किसी भी पूजा या त्यौहार में पंचामृत विशेष तौर पर बनाया जाता है। यह एक पारंपरिक भारतीय प्रसाद है, जिसमें पांच बेहद पौष्टिक फूड्स को शामिल किया जाता है। शायद आप नहीं जानती होंगी कि ये आपकी सेहत के लिए कैसे काम करता है।पंचामृत को पांच चीज़ों के मिश्रण (पांच अमृत) से बनाया जाता है इसलिए इसे पंचामृत कहते हैं। इसमें मुख्य तौर पर दूध, दही, चीनी, शहद और घी पड़ता है। जब इसमें तुलसी के पत्ते, मखाने और अन्य मेवा भी शामिल हो जाती हैं तो यह और भी पौष्टिक हो जाता है।

जानिये ये पांच सुपरफूड आपकी सेहत के लिए कैसे फायदेमंद हैं

दूध

दूध उन बहुत थोड़े से सुपरफूड्स में से एक है जिसमें विटामिन D भी पाया जाता है। पंचामृत पारंपरिक रूप से गाय के दूध से बनाया जाता था। आयुर्वेद के अनुसार गाय के दूध का हमारे शरीर और दिमाग पर ठंडक का प्रभाव पड़ता है। यह ओजस को बढ़ाता है, जो लंबे स्वस्थ जीवन, शक्ति, प्रतिरक्षा और अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए जिम्मेदार है।

दही

दही एकमात्र फर्मेंटेड फूड है। यह एक प्रोबायोटिक है और पाचन में सुधार करता है और वात दोष को संतुलित करता है। यह आपकी गट हेल्थ को बूस्ट करने में मददगार है।

शहद

शहद में सभी आवश्यक एंजाइम होते हैं। यह पाचन में सुधार करता है, रंग साफ करता है और त्वचा को चिकना बनाता है। यह आसानी से पचने योग्य होता है और सेवन करने पर तुरंत रक्त-धारा में आत्मसात हो जाता है।

शक्कर

मूलत: पंचामृत में रिफाइंड शुगर की बजाए शक्कर यानी देसी खांड मिलाई जाती है। शक्कर मिठास और आनंद का प्रतीक है। देसी खांड अथवा शक्कर उन लोगों के लिए मिठास का एक बेहतरीन विकल्प है जो डायबिटीज के डर से अपने आहार में से चीनी में कटौती करना चाहते हैं। इसका उपयोग कई आयुर्वेदिक औषधीय चूर्ण में भी किया जाता है।

घी

आपके बाल, आपकी त्वचा, गट हेल्थ और ब्रेन सभी के लिए घी सुपरफूड है। आयुर्वेद में घी के फायदों का उल्लेखनीय वर्णन है। यह एंटीऑक्सीडेंट के साथ विटामिन A और E का एक अच्छा स्रोत जो औषधीय लाभ प्रदान करते हैं। हर रोज कम से कम एक चम्मच देसी घी दाल या चावल में डालकर खाना चाहिए।