मनोज यादव, कोरबा। ग्राम भैसमा में एक युवक ने बीती रात अपने घर पर फांसी लगा ली. मृतक के परिजनों ने खुदकुशी के कारणों को जानने से इनकार किया है. वहीं जिला अस्पताल में परिजनों द्वारा मृतक के शव को घर ले जाने की जिद पर डॉक्टर से दुर्व्यवहार की खबर भी सामने आई, जिसमें रामपुर पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
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ग्राम भैसमा निवासी तीरथराम यादव के तीन बेटे में से मंझले बेटे शिवम यादव ने बीती रात अपने घर पर फांसी लगा ली. पिता तीरथ राम के मुताबिक 23 वर्षीय उसका बेटा शिवम 12वीं तक पढ़ाई किया था. उसके बाद वाहन चालक का काम करता था. बीती रात जब खाना खाने के लिए उसे बुलाने गए तो घर के एक कमरे में वह फांसी के फंदे से झूल रहा था. उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया इसकी कोई जानकारी नहीं है.
जिला अस्पताल में मृतक शिवम के शव का पोस्टमार्टम के दौरान ये पता चला कि शिवम के परिजन उसके शव को मरचुरी में रखने की बजाय घर ले जाना चाहते थे. इससे ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से उनका काफी विवाद हुआ. सूचना पाकर मौके पर पहुंची रामपुर पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया.
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बहरहाल ये जांच का विषय है कि किन परिस्थितियों में शिवम ने खुदकुशी का रास्ता चुना और परिजन उसके शव का पोस्टमार्टम करवाना क्यों नहीं चाहते थे.