नासिर बेलिम, उज्जैन। पश्चिम बंगाल से 10 अक्टूबर को इस्कॉन मंदिर में रहने वाले अपने दोस्त के साथ उज्जैन आए नाबालिग (17 साल) ने सोमवार दोपहर अज्ञात कारणों के चलते ऑडिटोरियम की चौथी मंजिल पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। माधव नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिये जिला चिकित्सालय पहुंचाया और उसके परिजनों को सूचना दी।

विकास बर्मन पिता गोविंद बर्मन (17) जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। अपने परिचित पतलू सरकार के साथ 10 अक्टूबर को इस्कॉन मंदिर घूमने आया था। वह मंदिर में रहकर मृदंग बजाता और यहीं पर रहता था। सोमवार सुबह 9 बजे उसने मृदंग बजाया और अपने कमरे में चला गया।

मंदिर के पीआरओ पं. राघवदास ने बताया कि दोपहर 3.30 बजे प्रसाद के लिए विकास बर्मन नहीं आया तो उसे तलाशने के लिये पतलू सरकार कमरे में मिला। आसपास भी तलाश किया तो विकास ऑडिटोरियम की चौथी मंजिल पर फांसी पर लटका दिखा। इसकी सूचना माधव नगर पुलिस को दी गई।

मृतक के कमरे से मिला भगवद् गीता और डायरी

पुलिस ने विकास के कमरे की तलाशी ली। कमरे से भगवद् गीता, डायरी आदि सामान मिला। डायरी में बंगाली भाषा में सुरों की जानकारी लिखी थी। विकास का मोबाइल भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। हालांकि उसके फांसी लगाकर आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला। इस्कॉन मंदिर की ओर से विकास के परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस ने बताया कि विकास के परिजन प्लेन से इंदौर तक शाम को पहुंचेंगे।

27 अक्टूबर को वापसी का था टिकट
विकास अपने परिचित पतलू सरकार के साथ इस्कॉन मंदिर आया था। पतलू सरकार पिछले 9 साल से मंदिर में रहकर सेवाकार्य कर रहा है। पीआरओ राघवदास के अनुसार विकास के पास 27 अक्टूबर का वापसी का टिकिट था। उसने किन कारणों के चलते आत्महत्या की इसकी जानकारी किसी को नहीं। विकास के पिता खेती करते हैं।