रायपुर। करोना महामारी को लेकर राज्य सरकार के फैसलों पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भूपेश बघेल की सरकार संकट की इस घड़ी में गरीबों और जरूरतमंदों के साथ खड़ी है। करोना महामारी के परिणाम स्वरूप जनजीवन और कारोबारियों को होने वाली परेशानी छत्तीसगढ़ सरकार के इन फैसलों से कम हो सकेगी।
मानव समाज के सामने चुनौती बनकर खड़े करोना वायरस की विश्वव्यापी महामारी को लेकर किये जा रहे सरकारी निर्देशों के कड़ाई से पालन और उपायों पर पूरी गंभीरता बरतने का निवेदन करते हुये प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस संकट की घड़ी का हम सबको साथ खड़ा होकर मुकाबला करना है।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा करोना वायरस से निपटने के लिए उठाए गए उपायों से इस वायरस को फैलने से रोकने में मदद मिली है। वायरस का प्रभाव सबसे पहले उन लोगों में पड़ता है जिनकी इम्यूनिटी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। बच्चे बूढ़े और बीमार लोग सबसे पहले वायरस के चपेट में आते हैं। छत्तीसगढ़ देश के उन पहले राज्यों में था जिन्होंने सबसे पहले 13 मार्च को स्कूल 31 मार्च तक बंद कर दिए। उस समय बहुत से लोग “बच्चे पढ़ा हुआ भूल जाएंगे” ऐसे बयान देने में लगे थे। बच्चों का अपने दादा दादी नाना नानी अर्थात परिवार के बड़े बूढ़ों के साथ बहुत स्नेह और संपर्क रहता है। स्कूल बंद करने के फैसले के द्वारा बच्चों में फैलाव को रोकने में सफलता मिली है।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि देश में जनता कर्फ्यू लगने के 1 दिन पहले से राजधानी रायपुर के पहले कोरोना वायरस प्रभावित मरीज की जानकारी मिलते ही राजधानी रायपुर को बंद किया गया और इसका बहुत सकारात्मक प्रभाव रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने लगातार बैठकें लेकर पत्रकार वार्ताएं करके जागरूकता फैलाने के काम को किया है जिसके परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ में करोना के फैलाव के शुरुआती प्रभाव से अभी तक हम बचे हुए हैं।
प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि करोना के विश्वव्यापी संकट के शुरू होने के बाद देश और विश्व के अनेक हिस्सों में पढ़ने या काम करने गये छत्तीसगढ़ के लोग वापस आये हैं। यह स्वाभाविक भी है। वापस आये सभी लीगों सहित हम सबका एक दूसरे से दूरी बनाकर घरों से न निकलने से वायरस की रोकथाम में और पहचान में मदद मिलेगी। आगामी 2 – 3 सप्ताह करोना के संकट से निपटने में बेहद महत्वपूर्ण हैं।