पंकज सिंह भदौरिया दंतेवाड़ा. जिले में नक्सल हिंसा से पीड़ि़त परिजनों के सौ से अधिक सदस्यों ने मंगलवार को रैली निकालकर समाज सेवी व आप नेत्री सोनी सोरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इन लोगों ने सड़कों पर रैली निकालते हुए सोनी सोरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यह रैली शहर के विभिन्न रास्तों से होते हुए कलेक्टोरेट पहुंचा जहां इन लोगों ने राज्यपाल के नाम पर एक ज्ञापन प्रशासन को सौंपा.

पुलिस लाइन कारली मेंसैकड़ों की संख्या में नक्सल पीड़ि़त ग्रामीण महिलाए पुरुष एकत्र हुए और कारली-दंतेवाड़ा मुख्य मार्ग पर रैली निकाली गई. रैली में नक्सल पीड़ि़तों ने आप नेत्री मुर्दाबाद, सोनी सोरी भगाओ-बस्तर बचाओ जैसे नारे भी लगाए और सोनी सोरी को नक्सलियों का बहुत बड़ा हिमायती बताया. रैली के बीच-बीच में माओवादी मुर्दाबाद के भी नारे लगाए जा रहे थे. रैली में महिलाएं, पुरूष के अलावा छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे. नक्सल पीडि़तों के साथ कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल थे, जो रैली का पूरी तरह समर्थन कर रहे थे. रैली में शामिल ग्रामीण मुख्य सड़क से होते हुए सीधे कलेक्टोरेट पहुंचे और राज्यपाल के नाम ज्ञापन दन्तेवाड़ा एसडीएम सुभाष राज को ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन सौंपा.

प्रशासन को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि नक्सली आए दिन बेगुनाह ग्रामीणों की हत्या इलाके में कर रहे हैं. अब तक हजारों आदिवासियों की बेरहमी से माओवादियों ने हत्या की है. ग्रामीण नक्सलियों के दबाव में अपना घर बार छोडक़र भटक रहे हैं. इस हिंसा की आग में सबसे ज्यादा नुकसान बस्तर के आदिवासियों का हुआ है.

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सुरक्षा बलों के आॅपरेशन या किसी एनकाउंटर में जब कोई माओवादी मारा जाता है तो नक्सलियों की ओर से मोर्चा संभालने सोनी सोरी सामने आ जाती हैं. वे हमेशा नक्सलियों की हिमायती बनकर पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाने लगती हैं. जबकि दूसरी तरफ जब कोई पुलिस कर्मी शहीद होता है तो उसके लिए सोनी सोरी कभी खड़ी नहीं होती. उनके मुंह से संवेदना के दो शब्द भी नहीं निकलते.इस रवैये से तो ऐसा प्रतीत होता है कि आप नेत्री राजनीति की आड़ में नक्सलियों का खुले आम समर्थन करती हैं. जिससे नक्सलियों को बढावा मिल रहा है. लिहाजा सोनी सोरी को पूर्व में माननीय न्यायालय द्वारा दी गई जमानत याचिका को रद्द करते हुए उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई की जाए. यह मांग अपने ज्ञापन में नक्सल पीडि़तों ने की है. रैली में कारली बेस कैम्प के अलावा, नेलसनार, भैरमगढ़ व बीजापुर के भी परिवार शामिल थे.