रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर की मेधावी छात्रा रिमझिम लाहोटी का करियर अधर में है. हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रेप मामले में दोषी पाए जाने पर यहां जबरदस्त हिंसा भड़की थी, जिसमें 37 लोगों की जानें चली गई थीं. इसके कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था. इसी हिंसा के चलते रायपुर की रिमझिम के करियर पर ग्रहण लग गया है. दरअसल वो कोटा में मेडिकल की कोचिंग कर रही थी और उसने नीट 2017 में क्वालिफाई किया था. मेरिट के आधार पर उसे श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज चेन्नई आवंटित किया गया. 27 अगस्त को उसे श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज में रिपोर्ट करना था, लेकिन हरियाणा में लगे कर्फ्यू के कारण वो समय पर वहां नहीं पहुंच पाई.
जैसे ही कर्फ्यू खत्म हुआ, तत्काल रिमझिम SRMC चेन्नई पहुंची, जहां पर उसे सीट देने से मना कर दिया गया. उसे बताया गया कि उसकी सीट DGHS (निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, नई दिल्ली) को सरेंडर कर दिया गया है. DGHS में संपर्क करने पर छात्रा को बताया गया कि जो सीट SRMC द्वारा DGHS को भेजी गयी थी, उसे वापस SRMC को दे दिया गया है और आप पुनः वापस SRMC में संपर्क करें. जब छात्रा ने वापस SRMC में संपर्क किया, तो उसे बताया गया कि आपका नाम काउंसलिंग लिस्ट से सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश के मुताबिक हटा दिया गया है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, एक बार सीट आवंटित हो जाने के बाद दोबारा अभ्यर्थी काउंसिलिंग प्रक्रिया के लिए पात्रता नहीं रखता है. बार-बार SRMC और DGHS का चक्कर काटते हुए छात्र एवं उनके परिजन पिछले 8 दिनों से शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान हैं. वहीं निर्दोष छात्रा और एक होनहार बेटी का पूरा साल बर्बाद होने की कगार पर है .