सतीश चाण्डक, मलकानगिरी। पड़ोसी राज्य ओडिशा के मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा में फूड पायजनिंग से करीब 135 छात्र-छात्राऐं बीमार हो गई. खबर मिलते ही वहां तैनात बीएसएफ के जवानों ने समय पर पहुंच कर अपनी बोट से नदी पार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर 35 छात्राएं और 26 छात्र की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा में नदी के दूसरे हिस्से पर स्थित बाड़ापदा गावं में उस वक्त हलचल मच गई जब गांव में स्थित आश्रम में खराब खाना खाने से बच्चे बीमार हो गए. सुबह करीब 9 बजे नाश्ता करने के बाद अचानक छात्र-छात्राओं को उल्टी होनी शुरू हो गई. स्थिति गंभीर देख किसी ने पास स्थित बीएसएफ कैम्प को सूचना दी तो तत्काल जवान वहां पहुंचे. करीब सौ छात्र-छात्राओं को तत्काल वाहनों में बैठाकर नदी के किनारे ले गए. फिर अपनी नाव से नदी पार कर चित्रकोंडा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डाक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया. 35 छात्रा और 26 छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
बताया जाता है कि बाकी बच्चे बच्चों की स्थिति भी खराब हो रही थी. वहां पहुंचे कलेक्टर को परिजनों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. ज्ञात हो कि बाड़ापदा गांव नक्सल प्रभावित है. चित्रकोंडा नदी के उस पार गांव स्थित है. वहां पर स्वास्थ्य सेवाएं व आवागमन के साधन नहीं है.
इधर बीएसएफ के जवान अगर समय पर नहीं पहुंचे तो हालत गंभीर हो जाती. नक्सल मोर्च पर जवान नक्सलियों से लड़ने के साथ-साथ सामाजिक सरोकार भी निभा रहे है. बीएसएफ के जवानों ने प्राथमिक उपचार के साथ-साथ तत्काल अस्पताल पहुंचाने की भरपूर कोशिश की. जवानों के साथ-साथ अधिकारी भी इस रेस्कयू आपरेशन में लग गए.