रायपुर. मुख्य सचिव अजय सिंह ने मंत्रालय महानदी भवन में राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केन्द्र और राज्य शासन की चल रही सड़क परिवहन, रेल, दूरसंचार, बिजली और स्कूल शिक्षा विभाग के विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि निर्माणाधीन परियोजनाओं का कार्य शीघ्र पूर्ण करें। इस अवसर पर राज्य में कार्यरत केन्द्र और राज्य शासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में सड़क परिवहन तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बस्तर रेंज में एक हजार 305 किलोमीटर से अधिक लम्बाई की सड़क बनाने का लक्ष्य है जिसमें 801 किलोमीटर के सड़के बनाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जायेगा। इसी प्रकार से कांकेर, कोण्डागांव, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और राजनांदगांव जिले के विभिन्न इलाकों में कुल 150 शाखा बैंक खोलने का लक्ष्य है।

जिसमें से अब तक 86 शाखाएं प्रारंभ कर दी गई है। मुख्य सचिव ने बैंकों के अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार इस साल के दिसम्बर माह तक शेष रह गई शाखायें खोलने के निर्देश दिये। दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में एक हजार 28 मोबाईल टावर लगाये जा रहे है। जिसमें में अब तक 525 टावर कार्यरत है और 106 मोबाईल टावरों का कार्य निर्माणाधीन है शेष टावरों के निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ कर दिए जाएंगे। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इन क्षेत्रों में लगभग 755 पोस्ट ऑफिस कार्यरत है और चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक 108 पोस्ट ऑफिस और खोल दिये जायेंगे।

बैठक में बताया गया कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के किसानों के खेतों में 22 हजार सोलर पंप लगा दिये गये है। इस साल के अंत तक 11 हजार किसानों के खेतों में सोलर पंप लगा दिये जायेंगे। यह कार्य राज्य शासन के बजट से किया जा रहा है। इसी तरह से इन क्षेत्रों में उन्नत किसान ऊर्जा संरक्षण महाअभियान के तहत 20 हजार से ज्यादा सौर सुजला पंपों का उर्जीकरण किया जायेगा। बैठक में प्रधानमंत्री कौशल विकास, स्कूली शिक्षा, आवासीय विद्यालय और छात्रावासों में बच्चों को दी जा रही सुविधाओं की भी समीक्षा की गई।

बैठक में गृह और वित्त विभाग के प्रमुख सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक ए.एन. उपाध्याय, लोक निर्माण विभाग के सचिव सुबोध सिंह, ऊर्जा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, सचिव वाणिज्य और उद्योग डॉ. कमलप्रीत सिंह, केन्द्र शासन के दूर संचार, बैंक, सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।