रायपुर। क्या राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव डरी हुई हैं ? क्या उन्हें प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है ? क्या उन्हें ये डर है कि कहीं वे लापता न हो जाएं ? छत्तीसगढ़ आने से पहले आखिर क्यों सुष्मिता देव सुरक्षा को लेकर इतनी चिंतित हो जाती है. जबकि प्रदेश की स्थिति उन राज्यों जैसे कतई नहीं जहाँ अपहरण बड़ी-बड़ी की घटनाएं होते रहती है. वैसे भी सुष्मिता देव एक राष्ट्रीय पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष और सांसद है. लेकिन सुष्मिता देव ने आज राजधानी रायपुर में प्रेसवार्ता के दौरान एक ऐसा बयान दिया है जिसने सुरक्षा ही नहीं, बल्कि प्रदेश पर सीधे सवालियां निशान लगा दिया है.

सुष्मिता देव ने कहा, कि उन्होंने छत्तीसगढ़ आने से पहले अपने सेक्रेकटरी से कह दिया था, कि सुरक्षा की पूरी इंतजाम कर ले. हालांकि उनका यह भी कहना है कि वे एक साहसी महिला है. लेकिन उन्हें छत्तीसगढ़ आने के पहले अपनी सुरक्षा को लेकर डर रहा था. क्योंकि जिस संख्या में यहाँ से लड़कियाँ लापता हुई हैं, उस आंकड़ें को देखकर मैं डर गई थी.

सुष्मिता देव का यह बयान सियासी है लेकिन इसके मायने बड़े हैं. यही नहीं उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कि 11 से साल बीजेपी की सरकार है और प्रदेश में व्यवस्था बदहाल और लोग बेहाल है. लोग यहाँ परिवर्तन चाह रहे हैं.

वहीं प्रदेश महिला कांग्रेस पर कहा, कि महिलाओं के लिए अलग घोषणा-पत्र तैयार करने काम महिला कांग्रेस करेंगी.  महिलाओं को ज्यादा-ज्याद टिकट मिले इसकी कोशिश की जाएगी. हर घर महिला कांग्रेसी दस्तक देंगी.