रायपुर। कोरबा में एसईसीएल द्वारा हसदेव तट नहर की दिशा परिवर्तित करने के मामले की गाज एक्जीक्यूटिव इंजीनियर पर गिरी है. सरकार ने बजट सत्र के दौरान इस मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए ईई को निलंबित करने के साथ ही जांच का भी ऐलान किया है. जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने सदन में ऐलान करते हुए कहा, “एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को निलंबित करेंगे. कार्य क्षेत्र के बाहर जाकर किये गए काम की जांच भी की जाएगी.”

बजट सत्र के दौरान गुरुवार को जेसीसी विधायक देवव्रत सिंह ने ध्यानाकर्षण के जरिये सदन में यह मामला उठाया था. उधर मामले में जांच और निलंबन की घोषणा के साथ ही जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि किसानों के हित में काम किया जाएगा. भारत सरकार से भी पत्राचार किया जा रहा है.  1 लाख हेक्टेयर से अधिक की सिंचाई की जा रही है.