रायपुर। 9 अगस्त को ऐतिहासिक अगस्त क्रांति के दिन शिक्षाकर्मी भी एक बड़ी क्रांति का आगाज कर रहे हैं. शिक्षाकर्मी संपूर्ण संविलियन की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन करने जा रहे हैं. उन्होंने इसे अगस्त क्रांति का नाम दिया है. राज्य सरकार द्वारा शिक्षाकर्मियों के संविलयन के बाद एक बड़ा धड़ा इससे वंचित रह गया था. वंचित रहा धड़े सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन कर रहा है. ये भी पूर्ण संविलयन की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर धरना स्थल में धरना प्रदर्शन करने के साथ ही उन्होंने सरकार का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने के लिए मुंडन भी करवाया था लेकिन बावजूद इसके सरकार ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद अब ये अगस्त क्रांति के दिन से ही पूरे राज्य में आंदोलन शुरु करने जा रहे हैं जिसे उन्होंने अगस्त क्रांति का ही नाम दिया है. शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के संचालक चंद्रदेव राय ने शिक्षाकर्मियों के सभी संगठनों को एकजुट होकर आंदोलन में शामिल होने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई किसी संगठन के खिलाफ नहीं बल्कि सरकार के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि हम भारत भूमि में अब अन्याय नही सहेंगे. छल- कपट, धोखा बर्दास्त नहीं करेंगे, बाबा साहब के बनाए कानून में सबको हक अधिकार व सम्मान का प्रवाधान है तो आज हम वंचित क्यों..हमारे साथ भेदभाव क्यों ? वर्ग तीन के साथ बईमानी क्यों ? कहां गया समानुपातिक/क्रमोन्नति वेतन मान ? कहां गयी हाई पावर कमेटी ? कब होगा विसंगति रहित वेतन का निर्धारण ? कब मिलेगा अनुकम्पा पीड़ित परिवार को इंसाफ ? एक राज्य एक नीति के तहत 01जनवरी 2016 से सबको सातवें वेतन मान कब मिलेगा ?
कैसी है तब और अब की अगस्त क्रांति-
महात्मा गांधी जी ने भारत को अंग्रेजों से मुक्त, आजाद कराने के लिए 09 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन चलाया था. इस आंदोलन को बड़ी संख्या में लोगों का समर्थन मिला था. इसी आंदोलन ने भारत में अंग्रेजों की पकड़ को कमज़ोर किया था.
इधर शिक्षाकर्मी मोर्चा ने भी अगस्त क्रांति के तर्ज पर 03-04जुलाई को समर्थन मांगा, विधान सभा तक बात पहुंचाने के लिए 5जुलाई को राजधानी में भूख हड़ताल की, धरना प्रदर्शन व मुंडन कर विरोध दर्ज कराया. 15 दिन के भीतर कार्यवाही करने महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री और आला सचिव के नाम पर ज्ञापन सौंपा. इसके बाद भी कार्यवाही नहीं हुई तो 28जुलाई को मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव में आदोलन किया और मांगपत्र सौंपा. इसके बाद 6अगस्त को शिक्षामंत्री के क्षेत्र में आंदोलन किया. 9अगस्त को सम्पूर्ण संविलियन की मांग को लेकर राज्य व्यापि अगस्त क्रांति का आगाज किया है.
इसलिए सावधान साथियों !
अब सम्पूर्ण संविलियन का आगाज हो चुका है, आपके हक की लड़ाई आपको ही लड़नी है कोई गैर आपके लिए नहीं लड़ेगा. हम सभी को मिलकर कर लड़ना है तभी सफलता मिलेगी.