गोवा में कलंगूट से बीजेपी के विधायक माइकल लोबो अपने विवादित बयान को लेकर फिर सुर्खियों में है. विधानसभा में उन्होंने कहा है कि राज्य में बीफ की कमी हो रही है. या तो राज्य में बीफ मंगाया जाए या फिर गोवा के सरकारी बूचड़खानों में गाय को काटा जाए.

पणजीः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता बीफ बैन को लेकर लगातार बयानबाजी करते रहते हैं. आरएसएस के दिग्गज नेता इंद्रेश कुमार ने दो दिन पहले बयान दिया था कि अगर बीफ खाना बंद हो जाए तो मॉब लिंचिंग की घटनाएं रूक जाएंगी. गोवा में कलंगूट से बीजेपी के विधायक माइकल लोबो उनके इस बयान से इत्तेफाक नहीं रखते. उन्होंने विधानसभा में कहा कि गोवा में बीफ की कमी हो गई है. या तो राज्य में बाहर से बीफ मंगाया जाए या फिर गोवा में प्रमाणित मवेशियों (गो वंशीय जानवरों) को सरकारी बूचड़खानों में मारने की अनुमति दी जानी चाहिए.

विधानसभा में बीफ के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए माइकल लोबो ने कहा, ‘कुछ कथित गौ रक्षक गोवा के बॉर्डर पर खड़े हैं और गोवा में गोमांस के प्रवेश को रोक रहे हैं. गोवा में मांस परिसर बंद है. हम इस मोर्चे पर असफल रहे हैं. गोवा में कई मांस खाने वाले हैं. यहां पर्यटक बीफ खाने के लिए आते हैं. गोवा में बीफ की कमी है.’

बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि उनका इस तरह से बात करना शायद कुछ लोगों को पसंद नहीं आएगा. माइकल लोबो ने कहा, ‘अगर हम नहीं चाहते हैं कि कर्नाटक और महाराष्ट्र से बीफ आए, तो हमें गोवा में प्रमाणित मवेशियों को सरकारी बूचड़खाने में मारने की अनुमति दी जानी चाहिए. अब इसे शुरू करना है.’

बीजेपी विधायक यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि हमारी सरकार के मंत्री मुझे बताए कि गोवा मीट कॉम्प्लेक्स कब शुरू होगा या वहां भी कथित गौ रक्षकों का हस्तक्षेप होगा. मैं उनका सम्मान करता हूं लेकिन गोवा में लोग बड़ी संख्या में बीफ खाते हैं और आप इसे रोक नहीं सकते.’ इसके जवाब में पशुपालन मंत्री मौविन गोडिन्हो ने उन्हें बताया कि अगस्त में गोवा मीट कॉम्प्लेक्स का कामकाज शुरू हो जाएगा.