नई दिल्ली- अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर एक ओर जहां बीजेपी, आरएसएस, शिवसेना, विश्व हिन्दू परिषद जैसे संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर यूपी के घोसी से बीजेपी के सांसद हरिनारायण राजभर ने अयोध्या के कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि भगवान राम को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर दिया जाना चाहिए. राजभर ने लिखा है कि भारत सरकार बेघरों को घर उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है. 

सांसद हरिनारायण राजभर कहते हैं कि, रामलला का जन्म सदियों पहले अयोध्या में हुआ था, जहां वह विराजमान हैं, इसलिए उनके लिए एक छत की व्यवस्था की जानी चाहिए. राजभर ने कलेक्टर को भेजे पत्र में लिखा है कि-
आपको अवगत कराना है कि अयोध्या में रामलला के टेंट को मंदिर का स्वरूप देकर पूजा-पाठ एवं दर्शन इत्यादि हो रहा है. रामलला इस कड़ाके की सर्दी, गर्मी तथा बरसात में टेंट रूपी मंदिर में विराजमान हैं. उनके ऊपर कोई छत नहीं है. जबकि वर्तमान में भारत सरकार बेघर लोगों को घर उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है.’
सांसद राजभर अपने पत्र में लिखते है कि-
‘चूंकि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है. इससे यह अति आवश्यक हो गया है कि ज़िलाधिकारी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रामलला को उसी स्थान पर घर उपलब्ध कराए, जिससे इनको भी छत मिल सके.’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित राजभर ने दो दिन पहले मंदिर निर्माण को लेकर एक बयान दिया था. सांसद ने 26 दिसंबर को एक बयान में कहा था कि जिस तरह से कार सेवा करके विवादित ढांचे को गिराया गया था, उसी तरह की कारसेवा राम मंदिर निर्माण के लिए भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि लोगों की आस्था का फैसला सरकार या सुप्रीम कोर्ट नहीं कर सकता है. राम मंदिर 100 करोड़ हिंदुओं की आस्था का मामला है. 

 गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. जनवरी में इस मामले की सुनवाई शुरू होगी. वहीं, आरएसएस और शिवसेना राम मंदिर निर्माण को लेकर सांसद में अध्यादेश लाए जाने की मांग कर रहे हैं.