रायपुर। आमतौर पर वास्तु दोष निवारण के लिए या फिर घर में रखे एक्वेरियम की सुंदरता बढ़ाने के लिए अगर आप भी कछुआ पालते हैं तो यह खबर आप के लिए ही है. अगर ऐसा है तो तुरंत ही किसी सुरक्षित स्थान पर जहां कछुआ सर्वाइव कर सके ऐसी जगहों में उसे छोड़ दीजिए नहीं तो आपको भी जेल की हवा खानी पड़ सकती है.

दरअसल कछुआ को वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित जीवों की सूची में रखा गया है साथ ही इसे अनुसूची 2 धारा 36 के तहत इसे शासकीय संपत्ति माना गया है. ऐसे में अगर आपके घर या दुकान में कछुआ बरामद होता है तो आप के खिलाफ पुलिस और वन विभाग सख्त कार्रवाई कर सकता है.

रविवार को पंडरी पुलिस ने कछुआ बेचने वाले दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है. रविवार को पंडरी पुलिस ने एक बार फिर कार्रवाई करते हुए मंडीगेट स्थित फिश एक्वेरियम की दुकान में दबिश देते हुए 20 कछुओं को जब्त किया है. पुलिस ने कछुओं को जब्त करने के साथ ही दुकान संचालक विवेक ध्रुव और कछुआ सप्लाई करने वाले राजनांदगांव निवासी रोहित पंजवानी को गिरफ्तार किया है.

पंडरी थाना प्रभारी किरीत राम सिन्हा के अनुसार दो दिन पहले हुई विदेशी कछुओं के मामले में की गई कार्रवाई में विवेक ध्रुव का नाम आया था. पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया था कि मंडी गेट स्थित फिश एक्वेरियम का संचालक भी कछुओं को बेचता है. जिसके बाद पुलिस ने आज कार्रवाई करते हुए विवेक ध्रुव के साथ ही रोहित पंजवानी को गिरफ्तार किया है. राजनांदगांव निवासी रोहित पंजवानी फिश एक्वेरियम की दुकानों में कछुओं को सप्लाई किया करता था लिहाजा पुलिस ने रोहित पंजवानी को भी गिरफ्तार किया है.

आपको बता दें कि दो दिन पहले यूट्यूब में एक अपलोड वीडियो के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अशोका हाइट्स में रहने वाले अमित गोयल को गिरफ्तार किया था. अमित गोयल के घर से पुलिस और वन विभाग की टीम ने 4 दुर्लभ प्रजाति के विदेशी कछुए बरामद किया था.

 

अमित गोयल ने जिस दुकान से कछुओं को खरीदा था उनकी निशानदेही पर पुलिस ने फिश फैंटेसी वर्ल्ड में दबिश देकर 2 और दुर्लभ विदेशी कछुओं को बरामद किया था और दुकान संचालक सावरमल अग्रवाल को भी अमित गोयल के साथ ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.