संदीप ठाकुर,लोरमी. लोकसभा चुनाव नजदीक आ चुका है, जिसमें शिक्षक और अधिकारियों की चुनावी ड्यूटी भी लगाई गई है. चुनावी ड्यूटी में एक दृष्टिबाधित दिव्यांग शिक्षक की भी पीठासीन अधिकारी के रुप में कलेक्टर ने ड्यूटी लगा दी है. लेकिन वह दिव्यांग होने की वजह से इस जिम्मेदारी को निभा पाने में सक्षम नहीं है. अब वो अपना इस चुनावी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए बड़े अधिकारियों का चक्कर लगाने को मजबूर है, लेकिन उसका कोई सुनने को तैयार नहीं है.

दरसअल यह पूरा मामला मुंगेली जिले के लोरमी इलाके का है. जहां दादनकापा खेकतरा नाम से हाईस्कूल का संचालन होता है. वहां दिव्यांग भूपेन्द्र कुमार ढीमर व्याख्याता के पद पर पदस्थ है. भूपेंद्र को कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक लेटर भेजकर उन्हें इस बात की जानकारी दी कि उनका चुनावी ड्यूटी में पीठासीन की ड्यूटी लगाई गई है.

यह जानकर तो उन्हें खुशी हुई, लेकिन अफसोस की वो इस काम को बखूबी निभा नहीं पाएंगे. अब अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहा दिव्यांग शिक्षक अपना नाम ड्यूटी से कटवाने अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं, कि कोई तो उनकी सुन ले और उनका नाम इस ड्यूटी से काट दे.