इमरान खान, खंडवा। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित अपने मरीज को बचाने के लिए लोग हर प्रयास कर रहे थे. वहीं इस बीच एक ऐसा भी गिरोह सक्रिय था जिसने कोरोना संक्रमित का उपचार कराने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की. ऐसे ही एक मामले का खंडवा पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए 420 का मामला दर्ज किया है. कोरोना मरीज के इलाज के नाम फ्रॉड के इस खेल में मोघट थाना पुलिस ने एक महिला और उसके मुंहबोला भाई को गिरफ्तार किया है. दोनो ने मिलकर करीब 5 लाख रुपए से ज्यादा की कोरोना इलाज के नाम पर ठगी की.

दरअसल, मामला जिले के मोघट थाना क्षेत्र का है. जहां कोराेना संक्रमण के दौरान जब मरीज अस्पताल के कोविड वार्ड में जिंदगी और मौत से लड़ रहा था तब, एक ठग महिला और उसका मुंहबोला भाई मरीज के परिजन से मिले और अच्छे इलाज के नाम पर 5.47 लाख रुपए ठग लिए. मरीज की मौत होने पर उसके छोटे भाई को धोखाधड़ी की शंका हुई. तब उसने घटना पुलिस को बताई. पुलिस ने जांच के बाद महिला व उसके मुंहबोले भाई के खिलाफ धारा 420, 34 भादंवि के तहत केस दर्ज कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे जेल भेजा गया.

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बता दें कि हरदा जिले की तहसील खिरकिया के ग्राम चारूवा निवासी गुलाबसिंह पिता शिवराम कुशवाह ने मोघट पुलिस को बताया कि 30 अप्रैल 2021 को उसके बड़े भाई को कोरोना संक्रमण के चलते जिला अस्पताल खंडवा में भर्ती किया था. भाई को कोविड वार्ड में भर्ती कराने के बाद वह परिसर में लगे टेंट में आ गया. यहां उसकी मुलाकात खंडवा की चंचला नावले और उसके मुंहबोले भाई अनिल निवासी चारूवा से हुई. चंचला और अनिल उससे एक दो दिन मिलते रहे और भाई के हालचाल पूछते रहे. तीसरे दिन चंचला ने बताया गुलाबी सिंह से कहा की तुम्हारे भाई के अच्छे उपचार के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन लगेंगे, जिसके लिए रुपयों की आवश्यकता होगी.

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इस दौरान पर पीड़ित ने पहली बार चंचला को 50 हजार रुपए दिए. इसके बाद उसने दो बार 2-2 लाख फिर लाख रुपए और अंत में 97 हजार रुपए चंचला और अनिल को दिए. कुछ दिन बाद भाई की अस्पताल से छुट्टी हो गई और वह उसे घर ले गया. बाद में तबीयत बिगड़ने पर 5 जून 2021 को उनकी मौत हो गई. गुलाबसिंह ने बताया भाई की मौत के बाद गांव में परिचितों से पता चला कि सरकारी अस्पताल में कोरोना का इलाज मुफ्त में होता है. किसी भी दवा या इंजेक्शन के रुपए मरीज व उसके परिजनों से नहीं लिए जाते. इसके बाद गुलाब सिंह ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक और मोघट पुलिस से की. पुलिस ने मामले की जांच की तो घटना सही निकली. जांच के बाद पुलिस ने चंचला और उसके मुंहबोले भाई के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया. महिला व उसके मुंहबोले भाई ने अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन से 5.47 लाख रुपए की ठगी की है.

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