संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों में इन दिनों भीषण आग लगी हुई है, लेकिन अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा किसी तरह आग बुझाने के लिए उचित उपाय नहीं किया जा रहा है. गाभीघाट क्षेत्र का जंगल भी पिछले कुछ दिनों से भीषण आग की चपेट में है. इसके साथ ही सैकड़ों एकड़ से अधिक वन क्षेत्र में आग फैली हुई है. जिससे जंगली जानवरों की जान को भी खतरा बना हुआ है और पूरा जंगल को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. साथ ही बरगन और अघरिया जंगल का हिस्सा पूरी तरह जलकर खाक हो गया है.

वहीं जानकारों के अनुसार जंगल में आग लगने से लाखों की वन संपदा जलकर खाक हो गई है. आज फिर दोपहर बाद अचानक जंगल से आग की लपटें उठती दिखाई दी. आपको बता दें अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में जंगली जानवरों का भी रहना होता है और वहां जंगली जानवरों को आसानी से देखा जा सकता है. जिसके बावजूद वन विभाग के लापरवाह अधिकारियों द्वारा गर्मी के दिनों में लगने वाली भीषण आग से बचने के लिए किसी तरह कोई फायर वाचक की नियुक्ति नहीं की गई है.

लापरवाही का आलम तो यह है कि कोर जोन से आग जलते हुए बफर जोन तक लगी हुई है. जिसके बाद जंगल में जल रही आग को बुझाने खानापूर्ति की कार्यवाही करते हुए कुछ वन विभाग के कर्मचारी ही आग बुझाने के लिए पहुंचते हैं. जिनसे फैली जंगल की आग पर काबू पाना संभव नहीं है. ऐसे में जवाबदार अधिकारी भी अपनी जवाबदारी से बचते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में जंगली जानवरों के जान को भी खतरा मंडराने लगा है. बहरहाल देखना होगा कब तक गहरी नींद में सोए हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व के अधिकारी जल रहे जंगल के आग को बुझाने में कामयाब होते हैं.