रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नेता ऐसे हैं जिन्हें राजनीति के विपरीत परिस्थितियों के बीच संकट मोचन माना जाता है. एक ऐसे नेता हैं जिन्हें चुनाव मैनेजमेंट का गुरू कहा जाता है. उस नेता के भी कोई राजनीतिक दुश्मन हैं क्या ? अगर बृजमोहन के राजनीतिक दुश्मन कोई है तो वो उनके अपन दल में हैं या फिर किसी अन्य दल में यह भी एक प्रश्न है ? इस सवाल का फिलहाल कोई जवाब नहीं है.

लेकिन फिर भी बृजमोहन अग्रवाल ने अपने जन्मदिन के मौके पर मिले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बधाई संदेश पर आभार जताते हुए कहा कि जीवन में मैंने सिर्फ दोस्त बनाए हैं दुश्मन नहीं. आप मित्रों के हृदय में मिला स्थान ही मेरी पूँजी है.


यहाँ तक तो बढ़िया था लेकिन इसी के आगे बृजमोहन अग्रवाल ने यह लाइन लिखकर सबको यह सोचने मजबूर जरूर कर दिया है कि बृजमोहन अग्रवाल के दुश्मन हैं कौन जिनका भ्रम दूर करने की बात वे कह रहे हैं. उन्होंने इसी ट्वीट में लिखा है- कोई मुझे अगर दुश्मन समझता होगा तो ईश्वर से प्रार्थना करूँगा की उनका भ्रम दूर करें.

वैसे बृजमोहन अग्रवाल के इस ट्वीट पर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के बाद के घटनाक्रम कुछ याद आने लगे हैं. मसलन उनके समर्थकों ने तब खुलकर उनके पक्ष में पहले नेता-प्रतिपक्ष और फिर बाद में प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर अपने ही दल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. तब समर्थकों ने खुलकर ढेरों बातें लिखीं थी. इसमें यह भी कहा गया कि बृजमोहन अग्रवाल के ही अपने कई राजनीतिक दुश्मन हैं !