रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आर.पी. सिंह ने बयान जारी करके डॉ. रमन सिंह से यह आग्रह किया है कि अगर वे छत्तीसगढ़ के सच्चे हित चिंतक हैं और कोरोना वायरस के चलते पूरे देश एवं अन्य राज्यों की तरह ही छत्तीसगढ़ भी प्रभावित हो रही अर्थव्यवस्था से व्यथित हैं तो एक सच्चे राजनेता की तरह व्यवहार करें। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने राज्य की प्रभावित हो रही अर्थव्यवस्था को देखकर ही केंद्र सरकार से 30 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज की मांग की थी। बार-बार केंद्र सरकार को पत्र लिखकर इस आग्रह को दोहराया भी था। लेकिन दुखद पहलू यह है कि आज तक केंद्र सरकार ने आर्थिक मदद तो दूर उस पत्र का जवाब देना भी उचित नहीं समझा है। 20 लाख करोड़ रुपए के मोदी लाली पॉप जिसमे की तेरह शून्य होते हैं। यही शून्य छत्तीसगढ़ राज्य को मोदी जी से हासिल हुआ है।

आर.पी. सिंह ने कहा है डॉ. रमन सिंह जी को जनता ने तीन बार प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना था इसलिए यह उनकी भी नैतिक जिम्मेदारी है कि छत्तीसगढ़ राज्य को केंद्र से आर्थिक पैकेज आवश्यक रूप से मिले। डॉ. रमन सिंह को मोदी सरकार के ऊपर दबाव बनाना चाहिए की प्रदेश के व्यापक जनहित में उक्त 30 हजार करोड़ की राशि शीघ्र ही जारी हो। ताकि जनहित के कार्य तेजी से संपन्न किए जा सकें। इतना ही नहीं उन्हें अपने सभी विधायकों को भी आदेशित करना चाहिए कि वह अनिवार्य रूप से अपनी विधायक निधि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कर दें। भारतीय जनता पार्टी के सांसदों से भी उन्हें आग्रह करना चाहिए कि वे पीएम केयर फंड के बजाए सीएम रिलीफ फंड में अपना योगदान दें। कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश और दुनिया की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है। कई आर्थिक एजेंसियों ने यह आशंका भी जताई है कि इस वर्ष देश का जीडीपी 0% तक हो सकता है। ऐसी विकट परिस्थिति में देश की चिंता ना करते हुए डॉ. रमन सिंह की चिंता सिर्फ छत्तीसगढ़ को लेकर है। उनका यह बयान प्रदेश की जनता को बताने के लिए पर्याप्त है कि ऐसे समय में जब छत्तीसगढ़ की सरकार और प्रदेश की जनता कोरोना संक्रमण से जूझ रही है तब रमन सिंह जी कोरी बयानबाजी करके ओछी राजनीति कर रहे हैं। रमन सिंह जी से पुनः आग्रह है या तो 30 हजार करोड रुपए का आर्थिक पैकेज राज्य सरकार को तुरंत दिलवाने में मदद करें अन्यथा ऐसी छोटी राजनीति से दूर रहें।