दुर्ग- आईजी दुर्ग जीपी सिंह ने आम लोगों से होली का त्यौहार शांति, सौहार्द्र एवं भाईचारे के साथ मनाने की अपील की, उन्होनें कहा 2 मार्च को होली का त्यौहार है और इसी दिन जूम्मे की नमाज अदा की जाएगी,जिसे हर्षाेल्लास एवं सद्भाव के साथ मनाने में सबकी सहभागिता जरूरी है। आईजी दुर्ग द्वारा आगामी होली एवं रंग पंचमी पर्व के अवसर पर जिले में कानून व्यवस्था एवं साम्प्रदायिक सौहार्द्र सुनिश्चित करने एवं आम जनता को त्यौहार मनाने के लिए सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने के संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षकों को निम्न बिंदुओं पर सार्थक कार्यवाही करने निर्देश दिए:-
नाकाबंदी – संदिग्ध व्यक्तियों/अपराधियों के धर-पकड़ के लिए पर्याप्त संख्या में स्टापर/ड्रम की व्यवस्था के साथ प्रभावशाली नाकाबंदी की कार्यवाही की जावे। नाकाबंदी की कार्यवाही इस प्रकार हो कि आम जनता को इससे परेशानी न हो तथा असमाजिक तत्व हतोत्साहित हो। शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों, तीन सवारी, ओवर स्पीड, बिना हेलमेट और बिना नंबर प्लेट एवं नाबालिक वाहन चालकों पर के विरूद्ध कार्यवाही किया जाए। पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि होली के दिन वाहन चालको की जांच ब्रेथ एनालाईजन से कराएं तथा मुखौटा पहनकर वाहन चलाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगावें।
असामाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्रवाई – असमाजिक तत्वों/अपराधियों के विरूद्ध त्यौहार से पूर्व प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाए, ताकि ऐसे तत्व त्यौहार के दौरान उत्पात न मचा सकें। थाने में दर्ज मारपीट, लड़ाई-झगड़े के पुराने प्रकरणों की समीक्षा कर आवश्यकतानुसार कार्यवाही होली के पूर्व कर ली जाए, ताकि आकस्मिक रूप से शांति भंग की संभावना न रहे।
हेल्प लाइन – त्यौहार को ध्यान में रखते हुए थाना एवं मुख्यालय स्तर पर मोटर सायकल आधारित बेहतर चुस्त-दुरूस्त जवानों को बाडी गार्ड, हेलमेट, डंडा, वायरलेस सेट से लैस हेल्प लाईन टीम का गठन किया जावे। जो संवेदनशील क्षेत्र को सेक्टरों में बांटकर किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में तत्काल कार्यवाही करेगी एवं कण्ट्रोल रूम एवं वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देगी।
बल एवं संसाधन – त्यौहार के दोैरान पुलिस अधिकारियों के साथ मजिस्टेªटों की तैनाती, अग्निशमन यंत्र की उपलब्धता, बल के आवागमन के लिए वाहनों की आवश्यकता, आपातकालीन चिकित्सा हेतु पर्याप्त चिकित्सकीय स्टाफ, दवाईयों की व्यवस्था हेतु संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करा लिया जावे।
शांति समिति तथा नगर/ग्राम रक्षा समिति – त्यौहार के पूर्व थाना स्तर/जिला स्तर पर शांति समिति की अनिवार्य रूप से बैठक करा ली जावे। थाना स्तर पर थाना प्रभारी स्वयं शांति समिति, नगर/ग्राम रक्षा समिति व होलिकोत्सव समिति की बैठक लेकर त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाये जाने की अपील करेंगे। थाना प्रभारियों द्वारा होलिकोत्सव समिति को कोलाहल एवं शांति भंग न करने की समझाइस दी जाए, होली के दिन ही जूम्मे की नमाज अदा की जाएगी इसलिए नमाज अदा करने वालों पर उनके सहमति के बिना रंग अथवा गुलाल नही लगाएं। जबरिया चंदा वसूली, हरे भरे पेड़ों को काटने तथा निजी अधिकार में रखे लकड़ियों को होली के नाम पर जबरन उठाने तथा ध्वनि प्रदुषण करने वालों के खिलाफ अपराध कायम किया जावे।
होटल/ढाबों की चेकिंग – त्यौहार के अवसर पर होटलों/ढाबों एवं चाय-पान की दुकानों में मादक द्रव्यों एवं नशाीले पदार्थयुक्त खाद्य सामग्रियों की बिक्री होती है, साथ ही अन्य अवैधानिक पदार्थ/सामान स्टाक कर रखे जाते हैं। अतएव होली के दौरान ऐसे स्थलों की लगातार चेकिंग कर अवैधानिक कृत्यों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए। क्षेत्र में अवैध शराब, गांजा, भांग एवं अन्य नशील पदार्थो की बिक्री पर ठोस कार्यवाही की जाए। सुनिश्चित करें कि वैध विक्रेताओं के दुकान शासन द्वारा निर्धारित किये गये समय पर खुले एवं बंद हों। प्रतिबंधित समय में शराब व अन्य मादक द्रव्यांें की बिक्री होने पर समुचित धाराओं के तहत सख्त एवं प्रभावी कार्यवाही करें।
अन्य विशेष निर्देश
1. क्षेत्र में आम्र्स हथियार धारण करने वालों की पूर्व जांच कर ली जावें तथा यह सुनिश्चित कर ली जावे कि हथियारों का किसी प्रकार दुरूपयोग की संभावना नहीं है।
2. स्ंावेदनशील क्षेत्रों में होली खेले जाने को लेकर जोर-जबरदस्ती न हो इस बात पर विशेष ध्यान दिया जावे ।